अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद के एयर इंडिया क्रैश में एक यात्री के जिंदा बचने की खबर सामने आई है। इस हादसे में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी समेत 200 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि, विमान में सफर कर रहा एक यात्री जिंदा बच गया। इसे चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। विश्वास कुमार रमेश एयर इंडिया की फ्लाइट में 11 ए सीट पर बैठकर लंदन जा रहे थे। दुर्घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा, "पुलिस को सीट 11ए पर एक जीवित व्यक्ति मिला।  व्यक्ति अस्पताल में पाया गया है और उसका इलाज चल रहा है।  अभी तक मौतों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।  मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि विमान आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। "

'जब मैं उठा, मेरे चारों तरफ थीं लाशें'

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 40 वर्षीय विश्वास कुमार ने हमारे सहयोगी अंग्रेजी अखबार 'हिन्दुस्तान टाइम्स' को बताया, "जब मैं उठा तो मेरे चारों ओर लाशें बिखरी पड़ी थीं। मैं डर गया। मैं खड़ा हुआ और भागा। मेरे चारों तरफ विमान के टुकड़े बिखरे पड़े थे। उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद तेज आवाज हुई और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह सब बहुत जल्दी हुआ।" विश्वास के सीने, आंखों और पैरों पर चोट आई है और उनका इलाज चल रहा है। लंदन के गैटविक जाने वाला एयर इंडिया का विमान - बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर - क्रू मेंबर्स के सदस्यों सहित 242 लोगों को लेकर गुरुवार को दोपहर 1। 38 बजे अहमदाबाद से उड़ा और कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई।

परिवार से मिलने भारत आए थे विश्वाश 

ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुछ दिनों के लिए अपने परिवार से मिलने भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ ब्रिटेन वापस जा रहे थे।  विश्वाश ने बताया कि वह 20 सालों से लंदन में रह रहे हैं।  उनकी पत्नी और बच्चे भी लंदन में ही रहते हैं।  ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने कहा कि वह और महारानी कैमिला अहमदाबाद में हुई भयानक घटना से स्तब्ध हैं। 

AAIB करेगा हादसे की जांच

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) अहमदाबाद विमान हादसे की जांच करेगा।  न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी ने कहा कि एएआईबी के महानिदेशक और एजेंसी में जांच निदेशक सहित अन्य लोग अहमदाबाद के लिए रवाना होंगे।  बोइंग ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें शुरुआती रिपोर्टों की जानकारी है और हम अधिक जानकारी जुटाने के लिए काम कर रहे हैं। ’’

गुजरात सरकार ने शवों की पहचान के लिए प्लेन में सवार लोगो के परिजनों से डीएनए (DNA) सैंपल देने की अपील की है।  हादसा इतना भयानक था कि कई शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया है।