पटनाः मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या पर दिए गए बयान के बाद पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। लेकिन बिहार पुलिस की जांच में सामने आया कि यह धमकियां असल में पप्पू यादव की सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से उनके ही समर्थकों की साजिश का हिस्सा थीं। पुलिस के इस खुलासे पर पप्पू यादव ने कहा कि पुलिस किसी के इशारे पर मेरी सुरक्षा से खेल रही है और झूठ फैलाकर हत्यारों को शह दे रही है। उन्होंने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
बता दें कि पुलिस ने मंगलवार धमकी देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। और आरोपी से पूछताछ के आधार पर ही पुलिस ने ये खुलासे किये। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 21 वर्षीय आरोपी रामबाबू यादव को पूर्णिया पुलिस ने खजांची हाट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है जो दुमरिया गांव (भोजपुरी जिला) निवासी है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपी ने यह धमकी पप्पू यादव के एक सहयोगी के कहने पर दी थी। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसे ₹2 लाख और भविष्य में नेता बनाने का वादा किया गया था।
एसपी कार्तिकेय ने बताया कि आरोपी पप्पू यादव की पुरानी पार्टी जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का सदस्य भी रह चुका है। उसने सांसद के समर्थकों के कहने पर जान से मारने की धमकी वाला वीडियो बनाया। इसके बदले उसे ₹2 लाख और पार्टी में बड़ा पद देने का वादा किया गया था। उसने एडवांस में 2,000 रुपए भी लिए थे।
माननीय सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकी देने वाला आरोपी को खचांची हाट थाना द्वारा आज दिनांक 03.12.24 को किया गया गिरफ्तार। @bihar_police @BiharHomeDept @IPRDBihar @Dial_112_Bihar @Bihar_PER pic.twitter.com/W8VaSj6hSX
— Purnea Police (@PurneaSp) December 3, 2024
‘पप्पू यादव की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रची गई थी साजिश’
पूर्णिया के एसपी के अनुसार, रामबाबू ने बताया कि उसने एक महीने पहले दो वीडियो बनाए थे। इनमें से एक वीडियो इशारे पर सांसद के नंबर पर भेजा गया, जबकि दूसरा वीडियो बाद में इस्तेमाल करने के लिए रखा गया था। आरोपी ने 1 दिसंबर को व्हाट्सऐप के माध्यम से धमकी दी थी कि यदि पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई पर की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी, तो उन्हें 24 घंटे में मार दिया जाएगा। हालांकि, एसपी ने स्पष्ट किया कि यह साजिश केवल सुरक्षा बढ़ाने के लिए रची गई थी और इसका बिश्नोई गैंग से कोई संबंध नहीं था। एसपी शर्मा ने बताया कि दोनों वीडियो पुलिस को मिले हैं।
पप्पू यादव की सीबीआई जांच की मांग
पप्पू यादव के दावे के मुताबिक पिछले दो महीनों में 20 से अधिक धमकियां मिल चुकी हैं। धमकियों के बाद पप्पू यादव ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की थी। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो उनके एक दोस्त ने उन्हें बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर गाड़ी गिफ्ट की।
आरोपी के पकड़े जाने और पुलिस खुलासे के बाद पप्पू यादव ने बिहार पुलिस पर ही सवाल खड़े कर दिये हैं और मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। पप्पू यादव ने कहा, मुझे धमकी देने के प्रकरण की हाई कोर्ट के पर्यवेक्षण में सीबीआई जांच हो! मुझे लगता है सत्ता में बैठे कुछ साजिशकर्ता पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल कर मेरी हत्या का षड्यंत्र रच रहे हैं! अगर सरकार शीघ्र इस पर निर्णय नहीं लेती है तो हम हाईकोर्ट में इसके लिए याचिका दाखिल करेंगे!
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस मानसिक रूप से दिवालिया हो गई है। वह वही व्यवहार कर रही है जो दिवंगत कांग्रेस विधायक हेमंत शाही जी को गोली लगने पर तत्कालीन सरकार और प्रशासन ने किया था। उनपर घायल होने की नौटंकी का आरोप लगाया, बाद में इलाजरत हेमंत जी की मृत्यु हो गई थी! फिर से वही हो रहा है।
‘पुलिस किसी के इशारे पर मेरी सुरक्षा से खेल रही’
पप्पू यादव ने पकड़े गए आरोपी के कॉल डिटेल सार्वजनिक करने को भी कहा है। यही नहींं, उन्होंने यह भी कहा कि पूर्णिया एसपी के पीछे कोई सरकारी साजिशकर्ता खेल कर रहा है! उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, पुलिस पकड़े गये अपराधी के मोबाइल का पूरा कॉल डिटेल सार्वजनिक करे। जिस नंबर से धमकी दी गई है उस नंबर से किन लोगों से बात हुई है वह सामने लाए! किसने उसे धमकी देने के लिए हायर किया है? उसका नाम बताए और गिरफ्तार करें!
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस किसी के इशारे पर मेरी सुरक्षा से खेल रही है और झूठ फैलाकर हत्यारों को शह दे रही है। अगर किसी ने पैसा देकर धमकी दिलवाई है, तो पुलिस को उसका नाम उजागर करना चाहिए और उसे गिरफ्तार करना चाहिए।