पाकिस्तानी महिला 'नफीसा' पर 240 भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाने का आरोप, ISI नेटवर्क की जांच में जुटी यूपी ATS

पिछले दिनोँ वाराणसी से गिरफ्तार तुफैल मकसूद ने वॉट्सएप समूहों के जरिए पूर्वांचल के सात जिलों- वाराणसी, जौनपुर, मऊ, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली और गाजीपुर में अपने मॉड्यूल बनाए हुए थे।

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लखनऊः उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तुफैल मकसूद (34) से जुड़ा एक बड़ा नेटवर्क सामने आया है। जांच में पता चला है कि तुफैल के संपर्क में रहे 800 से अधिक लोग अब जांच एजेंसी के रडार पर हैं। ये सभी लोग उसके द्वारा चलाए जा रहे 19 वॉट्सएप समूहों में शामिल थे।

एटीएस ने 21 मई को वाराणसी से तुफैल मकसूद को, नोएडा से दिल्ली निवासी मोहम्मद हारून (45) को और 18 मई को मुरादाबाद से रामपुर निवासी शहजाद वहाब (35) को गिरफ्तार किया था। तीनों फिलहाल एटीएस की हिरासत में हैं और गहन पूछताछ जारी है।

व्हाट्सऐप के जरिए सात जिलों के युवाओं को बनाया जा रहा था कट्टरपंथी

सूत्रों के अनुसार, तुफैल ने वॉट्सएप समूहों के जरिए पूर्वांचल के सात जिलों- वाराणसी, जौनपुर, मऊ, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली और गाजीपुर में अपने मॉड्यूल बनाए हुए थे। इन समूहों के माध्यम से वह युवाओं को भड़काऊ धार्मिक भाषणों और पाकिस्तान स्थित आतंकी नेताओं की बातों से कट्टरपंथी बना रहा था।

तुफैल पर “गजवा-ए-हिंद” से जुड़े संदेश प्रसारित करने, भारत में 2047 तक इस्लामी शासन और शरीयत कानून लागू करने जैसी बातें फैलाने का भी आरोप है। वह पाकिस्तान से संचालित प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के मौलाना शाद रिज़वी के वीडियो साझा करता था और बाबरी मस्जिद के बदले की बातें फैलाता था।

पाकिस्तानी महिला 'नफीसा' से संपर्क, सोशल मीडिया के जरिए भर्ती

जांच में यह भी सामने आया है कि तुफैल पिछले चार महीने से एक पाकिस्तानी महिला 'नफीसा' के संपर्क में था, जिससे वह सोशल मीडिया के जरिए जुड़ा था। नफीसा ने भारत के करीब 240 युवाओं, जिनमें बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, कन्नौज, लखनऊ और वाराणसी के युवक शामिल हैं, से संपर्क साधा था।

सूत्रों का दावा है कि नफीसा को ISI भारतीय युवाओं को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने और जासूसी व अन्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल करने के लिए इस्तेमाल कर रही थी। नफीसा धार्मिक भावनाएं भड़काकर देश में नफरत फैलाने का काम कर रही थी, और तुफैल उसका सक्रिय सहयोगी था।

भारत की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं साझा करने का आरोप

एटीएस के अनुसार, तुफैल वाराणसी के जैतपुरा का निवासी है और कम से कम 600 पाकिस्तानी मोबाइल नंबरों के संपर्क में था। वह भारत की सुरक्षा संबंधी संवेदनशील जानकारी उन तक पहुंचाता था। एटीएस का कहना है कि तुफैल बेहद कट्टरपंथी हो चुका था।

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