नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से आतंकवाद को लगातार समर्थन दिए जाने की कड़ी निंदा करते हए कहा कि इससे निपटने के लिए भारत में सभी को एकजुट होना होगा। नागरिक क्षेत्रों पर पाकिस्तान के हालिया हमलों के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा, 'पाकिस्तान हमेशा से यही करता रहा है और यही करता रहेगा।'
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत में धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करने की कोशिश पर भी बात की। ओवैसी ने कहा, 'यह पाकिस्तान की मानसिकता है जो अपनी अवैध गतिविधियों को छिपाने और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल केवल एक मुखौटा के तौर पर करता है।'
ओवैसी ने आतंकवाद के खिलाफ भारतीयों के बीच बढ़ती एकता पर जोर देते हुए कहा, 'इस बार मैं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपने देश में जो एकता और सर्वसम्मति देख रहा हूं, वह जबरदस्त है।
पाकिस्तान की चाल काम नहीं करेगी: ओवैसी
ओवैसी ने कहा, 'पाकिस्तान के पास मतभेद पैदा करने के लिए जो भी चालें और कुटिलता हैं, वे इस बार काम नहीं आएंगी। देश एक है। हमें भारत में पाकिस्तान प्रायोजित इस आतंकवाद का जरूर खात्म करना चाहिए।'
ओवैसी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले दो-तीन दिनों में हुई गोलाबारी का हवाला देते हुए कहा, 'पुंछ जो कि एक सीमावर्ती गांव है, पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के कारण 16 लोगों की जान चली गई है। और उन 16 लोगों में चार छोटे बच्चे थे जिनकी उम्र 10 साल से कम थी। उस गोलीबारी में मस्जिद मौलाना के एक इमाम की मौत हो गई। एक सिख गुरुद्वारा क्षतिग्रस्त हो गया। उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए। लोग सड़कों पर घायल पड़े थे।'
ओवैसी ने आगे कहा, 'राजौरी में एक अतिरिक्त डिप्टी कलेक्टर की हत्या कर दी गई। आप ड्रोन भेज रहे हैं जो आम लोगों को मार रहे हैं। उन्होंने श्रीनगर में एक अस्पताल, जम्मू में एक अस्पताल को क्षतिग्रस्त कर दिया है।'
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम
बहरहाल, इन सबके बीच बता दें कि भारत और पाकिस्तान में युद्धविराम हो गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार शाम इसकी पुष्टि की। पाकिस्तान की ओर से इसकी पहल किए जाने के बाद दोनों देशों के डीजीएमओ ने बात की और फिर तत्काल युद्धविराम पर सहमति बनी।
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में अमेरिका की भी भूमिका अहम रही। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि लंबी बातचीत और प्रयास के बाद दोनों देश सीजफायर पर सहमत हो गए हैं।