पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के हवाई क्षेत्र में रोक लगाने को लेकर गंवाएं 1200 करोड़ रुपये
इस्लामाबादः पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों के अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के चलते भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयान का हवाला देते हुए लिखा है कि इससे पाकिस्तानी एयरपोर्ट प्राधिकरण को 1,240 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निरस्त करने के बाद हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई पहलगाम हमले के जवाब में की गई थी जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने क्या कहा?
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने पुष्टि की है कि प्रतिबंध के चलते देश को राजस्व में बड़े पैमाने पर हानि का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय विमानों के पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र पर प्रवेश से प्रतिबंध लगाया था। इनमें भारत में पंजीकृत सभी विमान शामिल हैं चाहे वे संचालित होते हों या स्वामित्व हो या फिर जिन्हें लीज पर भी दिया गया हैय़
इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तानी एयरपोर्ट प्राधिकरण को 24 अप्रैल से 30 जून तक राजस्व में भारी कमी का सामना करना पड़ा। इससे रोजाना 100-150 विमान प्रभावित हुए और पाकिस्तान हवाई यातायात में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आई।
इस बीच पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के प्रवेश पर रोक की सीमा को बढ़ाते हुए 24 अगस्त कर दी है। पीपीए ने इस बाबत एक नोटाम भी जारी किया है। इसके मुताबिक, "प्रतिबंध 24 अगस्त को 4 बजकर 59 मिनट तक जारी रहेगा। पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में भारत में पंजीकृत विमानों और संचालित होने वाले, स्वामित्व वाले या भारतीय एयरलाइनों/ संचालकों द्वारा लीज पर दिए गए विमानों के साथ सैन्य विमान भी शामिल हैं।"
भारतीय संचालकों पर नहीं पड़ा प्रभाव
भारतीय संचालकों को अन्य अंतर्राष्ट्रीय रास्तों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है जबकि पाकिस्तानी विमानों के भी भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। नागरिक विमानन राज्य मंत्री ने पुष्टि की है कि नोटाम 23 अगस्त 2025 तक प्रभावी रहेगा।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों के ऊपर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कार्रवाई की थी, जिसमें सिंधु जल समझौते को रद्द करने समेत हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध, राजनयिकों की संख्या कम करने समेत तमाम उपाए किए थे। इसके साथ ही 6 और 7 मई की दरम्यानी रात भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' लांच किया गया था जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के हवाई क्षेत्रों को निशाना बनाया गया था।