नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। हमले के बाद भारत ने कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं और बुधवार को सीसीएस की दूसरी बैठक भी हुई है। इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने तीनों सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी।
मंगलवार को हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं को खुले तौर पर छूट दी थी। इसको लेकर पाकिस्तानी मंत्री ने भी दावा किया था कि भारत अगले 24-36 घंटों में पाकिस्तान पर हमला कर सकता है।
भारत ने उठाए कूटनीतिक कदम
इससे पहले भारत ने कुछ कूटनीतिक कदम भी उठाए हैं। इसमें 1960 में हुआ सिंधु जल समझौते पर अस्थायी रूप से रोक लगाई गई है। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों से देश छोड़ने को कहा गया था। इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान की तरफ से शिमला समझौता रद्द किया गया और पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में भारतीय विमानों के प्रवेश पर रोक लगाई गई।
वहीं, भारत ने पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर की सीमा पर लगातार संघर्ष विराम (सीजफायर) उल्लंघन को लेकर चेतावनी जारी की है। पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। इस संबंध में दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों ने मंगलवार को बात की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, बातचीत और चेतावनी उसके बाद हुई जब लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तानी सेना द्वारा बिना उकसावे के गोलीबारी के बाद आई है। पहलगाम में पर्यटकों के ऊपर हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव जारी है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी।
सीजफायर उल्लंघन का भारत ने तत्परता से दिया जवाब
एएनआई ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ और कुपवाड़ा जिलों में 27-28 की रात को पाकिस्तान की तरफ से किए गए सीजफायर उल्लंघन का भारतीय सेना ने तत्परता से जवाब दिया।
इसके अलावा 26-27 की रात को तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर्स में भी सीजफायर उल्लंघन हुआ था। इसका जवाब भी भारतीय सेना ने तत्परता से दिया।
पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर उल्लंघन हो रहा है इसके बाद से सीमा पर सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई है।