श्रीनगरः पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। जम्मू-कश्मीर में हुए इस हमले पर पाकिस्तान की तरफ से पहली प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस घटना में पाकिस्तान के संबंध को नकारते हुए इसे "घरेलू" बताया। इसके साथ ही इसे भारत के खिलाफ व्यापक विद्रोह का हिस्सा बताया।
ख्वाजा आसिफ ने यह टिप्पणी पाकिस्तान के लाइव92 समाचार के साथ इंटरव्यू के दौरान की। वहीं, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों की विदेश यात्रा पर सऊदी गए थे लेकिन इस घटना के बाद यह दौरा बीच में छोड़कर वापस आ गए और एयरपोर्ट पर अजित डोवाल, एस जयशंकर के साथ बैठक बुलाई।
भारत की तरफ से नहीं की गई आधिकारिक टिप्पणी
इस हमले के संबंध में भारत की तरफ से पाकिस्तान पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की गई है लेकिन पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का बयान पहले ही आया है।
आसिफ ने इंटरव्यू के दौरान जोर देते हुए कहा "पाकिस्तान का इससे कोई संबंध नहीं है।"
आसिफ ने आगे कहा "नागालैंड से लेकर कश्मीर, छत्तीसगढ़, मणिपुर और दक्षिण के तथाकथित राज्यों में क्रांतियां हो रही हैं।"
We have absolutely nothing to do with it. We reject terrorism in all its forms and everywhere, says Pakistan's Defence Minister Khawaja Asif on the #Pahalgam attack.#pahalgamattack pic.twitter.com/qGiTz6uVOn
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) April 23, 2025
आसिफ का यह बयान नई दिल्ली की पुरानी स्थिति से बिल्कुल अलग है कि सीमा पार आतंकवाद पाकिस्तान द्वारा कथित तौर पर समर्पित समूहों से जम्मू-कश्मीर में अशांति को बढ़ावा मिलता है।
अधिकारों की मांग कर रहे लोग
हालांकि, आसिफ ने अपनी बात दोहराते हुए कहा " ये लोग अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। हिंदुत्ववादी ताकतें अल्पसंख्यकों, ईसाइयों, बौद्धों, मुसलमानों को दबा रही हैं और लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।"
जबकि आसिफ ने दावा किया कि पाकिस्तान "किसी भी परिस्थिति में" आतंकवाद का विरोध करता है। आसिफ ने आगे कहा कि भारत द्वारा अपने ही नागरिकों के साथ किया जा रहा व्यवहार सशस्त्र प्रतिरोध को जन्म दे रहा है। "अगर सेना या पुलिस मौलिक अधिकारों से वंचित लोगों के खिलाफ अत्याचार कर रही है तो पाकिस्तान को दोष देना एक सुविधाजनक बहाना बन जाता है।"