पहलगाम आतंकी हमला: पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर ही बुलाई बैठक, आगे की रणनीति पर चर्चा, जम्मू में हाई अलर्ट

हमले के बाद जम्मू क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। डोडा, किश्तवाड़ और जम्मू शहर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। किश्तवाड़ में सनातन धर्म सभा ने बुधवार को बंद का आह्वान किया..

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श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और सरकार ने तत्काल एक्शन मोड में काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को हुए इस हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है जबकि10 से ज्यादा लोग घायल हैं। 

घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए। सऊदी अरब से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई अड्डे पर ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश मंत्री और विदेश सचिव के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले की स्थिति को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में हमले की परिस्थितियों और आगे की सुरक्षा रणनीति पर चर्चा हुई। 11 बजे प्रधानमंत्री सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में शामिल होंगे।

पीएम मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, "यह कायराना हमला किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को न्याय के कटघरे तक लाया जाएगा।"

इस हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी से बातचीत के बाद मंगलवार देर रात श्रीनगर पहुंचकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और अन्य अधिकारियों के साथ आपात सुरक्षा बैठक की। बुधवार को वह पहलगाम का दौरा कर सकते हैं।

22 मृतकों की पहचान की गई

पहलगाम हिल स्टेशन के बैसारन घाटी में मंगलवार शाम आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो आतंकी स्थानीय पुलिस यूनिफॉर्म में आए थे। हमले की जिम्मेदारी लश्कर की सहायक इकाई 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है।

अधिकारियों द्वारा जारी सूची के अनुसार, मारे गए 26 में से 22 मृतकों की पहचान कर ली गई है जबकि चार की पहचान की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, मृतकों में दो विदेशी नागरिक- एक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और एक नेपाल से हैं। दो स्थानीय निवासी भी शामिल हैं। मारे गए अन्य लोगों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के पर्यटक शामिल हैं। घायलों में कम से कम एक गुजरात से, तीन तमिलनाडु से और कुछ महाराष्ट्र से हैं।

घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह इस साल का पहला पर्यटकों पर आतंकी हमला है। इससे पहले मई 2024 में भी पहलगाम में दो पर्यटक घायल हुए थे।

हमले के बाद जम्मू क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। डोडा, किश्तवाड़ और जम्मू शहर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। किश्तवाड़ में सनातन धर्म सभा ने बुधवार को बंद का आह्वान किया, जबकि जम्मू के गुर्जर नगर इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोग पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते सड़कों पर उतरे।

पहलगाम से सटा किश्तवाड़ का वही इलाका है जहां 10-11 अप्रैल को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। उनके पास से भारी मात्रा में एम-4, एक-सीरीज की राइफलें और विस्फोटक बरामद हुए थे।

घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने बुधवार को जम्मू बंद का आह्वान किया है। स्थानीय व्यापारियों और उद्योगपतियों ने पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

एयरलाइनों का विशेष इंतजाम: मुफ्त कैंसलेशन और दो अतिरिक्त फ्लाइट

हमले के बाद हजारों पर्यटक कश्मीर से बाहर निकलने की कोशिश में हैं। एयर इंडिया ने बुधवार को श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए दो अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है। साथ ही, 30 अप्रैल तक सभी बुकिंग्स पर मुफ्त री-शेड्यूलिंग और फुल रिफंड की सुविधा दी गई है।

इंडिगो एयरलाइंस ने भी श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए दो विशेष उड़ानों का ऐलान किया है। फ्लाइट टिकटों की भारी मांग के चलते किराए में तेजी आई है।

हाल ही में रामबन जिले में भूस्खलन और फ्लैशफ्लड्स के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद है, जिससे हजारों पर्यटक घाटी में फंसे हुए हैं। ऐसे में हवाई यात्रा ही फिलहाल बाहर निकलने का एकमात्र सुरक्षित और प्रभावी विकल्प बन गया है।

पहलगाम हमले पर वैश्विक प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिका, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, जापान और इटली ने तीखी निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है। 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।" रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे "क्रूर अपराध" बताया और दोषियों को सजा की मांग की। रूस, यूएई और ईरान के दूतावासों ने भारत और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।

जापान के राजदूत ओनो केइची और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी हमले की निंदा करते हुए भारत के लोगों के साथ एकजुटता जताई। सभी देशों ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत के प्रयासों का समर्थन दोहराया।

 

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