जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने और आगे के हमलों को रोकने के लिए अभियान तेज कर दिया है। 22 अप्रैल को, आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। कई अन्य घायल हो गए थे। 

175 संदिग्ध हिरासत में, हो रही पूछताछ

घटना के जवाब में, अनंतनाग पुलिस ने सेना, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे जिले में व्यापक घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया है। अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए हैं। दिन और रात दोनों समय तलाशी अभियान चल रहे हैं। अब तक लगभग 175 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त मोबाइल वाहन चेक पॉइंट (MVCP) स्थापित किए गए हैं। गश्त अभियान तेज कर दिए गए हैं, खासकर घने जंगल वाले इलाकों में, जहाँ आतंकवादी छिपने की कोशिश कर सकते हैं। 

वहीं, एक बयान में अनंतनाग पुलिस ने शांति बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही जनता से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना निकटतम पुलिस प्रतिष्ठान को देकर सहयोग करने का आग्रह किया।

राजौरी क्षेत्र में भी हाई अलर्ट, वाहनों की चेकिंग

इस बीच, राजौरी क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू-राजौरी-पुंछ राजमार्ग पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है, और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

खुफिया जानकारी के आधार पर पूरे जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि आतंकी कश्मीरी पंडितों और घाटी में काम करने वाले गैर-स्थानीय लोगों को टारगेट कर सकते हैं।

इससे पहले शुक्रवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए श्रीनगर का दौरा किया था। जनरल द्विवेदी को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के बारे में जानकारी दी गई।

सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में कई स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया हुआ, जिसमें आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े व्यक्तियों के घरों पर भी दबिश दी जा रही है। 

लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों के घर ढहाए गए

जम्मू-कश्मीर के शोपियां, कुलगाम और पुलवामा जिलों में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकियों के घरों को प्रशासन द्वारा ध्वस्त करने की भी खबर आई है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई शुक्रवार देर शाम और शनिवार को की गई। 

पुलवामा जिले के मुरान गांव में आतंकी एहसान-उल-हक शेख का घर ढहाया गया। कुलगाम जिले के मटालहामा गांव में आतंकी जाकिर अहमद गनी का घर तोड़ा गया, जो 2003 से सक्रिय है। वहीं, शोपियां जिले के चोटीपोरा गांव में आतंकी शाहिद अहमद कुटे के घर को भी ध्वस्त किया गया, जो 2002 से आतंकी गतिविधियों में शामिल है।

इसके पहले, शुक्रवार को पहलगाम हमले में शामिल दो अन्य आतंकियों, आसिफ अहमद शेख (त्राल) और आदिल ठोकर (बिजबेहरा) के घरों को भी तोड़ा गया था।