कोलंबो/चेन्नई: श्रीलंकन एयरलाइंस की चेन्नई से कोलंबो जाने वाली एक फ्लाइट में लश्कर-ए-तैयबा के पांच संदिग्ध आतंकियों के सवार होने की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार को बंदरानायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया। हालांकि जांच के बाद यह सूचना फर्जी निकली।
अधिकारियों के मुताबिक, चेन्नई एयरपोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी को सुबह 11:05 बजे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें दावा किया गया था कि फ्लाइट यूएल 122 (सुबह 9:55 बजे रवाना) में पांच दक्षिण भारतीय पुरुष सवार हैं जो "लश्कर के प्रशिक्षित सदस्य हैं, साफ प्रोफाइल वाले और संदेह से परे हैं।"
उस समय तक विमान उड़ान भर चुका था। चेन्नई एयरपोर्ट से तत्काल यह अलर्ट श्रीलंका के कोलंबो हवाई अड्डे को भेजा गया, जहां फ्लाइट की लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को उतारकर विस्तृत सुरक्षा जांच की गई।
कोई संदिग्ध नहीं मिला, फ्लाइट को मिली क्लियरेंस
श्रीलंकन एयरलाइंस ने अपने बयान में बताया कि फ्लाइट यूएल 122 (विमान संख्या 4R-ALS) चेन्नई से रविवार सुबह 11:59 बजे (स्थानीय समयानुसार) कोलंबो पहुँची थी। कोलंबो पहुँचने के बाद स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से विमान की पूरी सुरक्षा जांच की गई। यह जांच चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल सेंटर से मिली चेतावनी के बाद की गई थी।
विमान को गहन जांच के बाद क्लियर कर दिया गया और आगे के संचालन के लिए अनुमति दे दी गई। हालांकि अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि ईमेल 'गैर-विशिष्ट श्रेणी' में था और यह एक हूक्स (फर्जी चेतावनी) निकली। विमान या यात्रियों से कोई आपत्तिजनक वस्तु या गतिविधि नहीं मिली। इस सुरक्षा प्रक्रिया के चलते फ्लाइट यूएल 308 (कोलंबो से सिंगापुर) की अगली निर्धारित उड़ान में देरी हुई।
पाहलगाम हमले के बाद चौकसी बढ़ी
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बाइसरण घाटी में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके बाद देशभर में सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया गया है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबति कर दिया और वीजा सेवाएं रद्द कर दी। हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया। दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। शनिवार को भारत ने पाकिस्तान से आने वाली सभी वस्तुओं के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।