पहलगाम के हमलावरों की स्थानीय लोगों ने की थी मदद? जांच में क्या पता चला?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं। इसी सिलसिले में एनआई, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियों की संयुक्त टीम स्थानीय लोगों द्वारा आतंकियों की मदद की जांच कर रही है।

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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां ओवर ग्राउंड वर्कर्स से कर रहीं पूछताछ Photograph: (आईएएनएस)

श्रीनगरः 22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला हुआ जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं कि हमले के पीछे कौन था? 

खुफिया एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच में इलेक्ट्रानिक निगरानी के आधार पर 15 स्थानीय कश्मीरी ओवर ग्राउंड वर्कर्स और आतंकी सहयोगियों की पहचान की गई है। इन लोगों पर संदेह है कि इन्होंने हमलवारों की मदद की हो। 

आतंकियों को रसद प्राप्त कराने का संदेह

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि संदिग्धों ने आतंकियों को रसद प्राप्त कराई और पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी प्राप्त की। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों ने पांच प्रमुख संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनमें से तीन को "उठा लिया गया" है और इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। 

वहीं, पुलिस अन्य दो ओवरग्राउंडवर्कर्स की तलाश कर रही है। जांच में यह भी पता चला है कि ये पांचों हमले के दिन और उससे पहले आसपास के ही इलाकों में थे और उनके फोन सक्रिय थे। 

इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के दौरान एक चैट भी सामने आई जिसमें हिरासत में लिए गए तीन प्रमुख संदिग्ध पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादी और उनकी मदद करने के तरीके के बारे में एक-दूसरे से बात कर रहे हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि हमले से जुड़ी घटनाओं का पता लगाने के लिए करीब 200 स्थानीय कश्मीर ओवर ग्राउंडवर्कर्स को हिरासत में लिया जा सकता है और इनसे पूछताछ की जा सकती है। 

हिंसा में हो सकते हैं शामिल

सूत्रों ने बताया कि इस बात के अधिक सबूत हैं कि सभी पांचो पहलगाम में हुई हिंसा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, एनआईए, जम्मू-कश्मीर पुलिस, रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त टीम 10 अन्य ओवरग्राउंडवर्कर्स से पूछताछ कर रही है। इन पर भी शक है कि इन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानियों की मदद की है। 

इसके साथ ही दक्षिणी कश्मीर के 15 अन्य स्थानीय आतंकी सहयोगी जो कि जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पहले से ही ओवर ग्राउंडवर्कर्स के रूप में सूचीबद्ध हैं कि इन्होंने हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में पाकिस्तानियों की मदद की है। सूत्रों के मुताबिक ये लोग जंगलों में आतंकियों को गाइड करते हैं और जरूरी रसद मुहैया कराते हैं। 

एक अधिकारी ने बताया कि "हम हिरासत में लिए गए 15 ओवरग्राउंडवर्कर्स से और अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि साजिश की कड़ियों को जोड़ा जा सके और फिर उनकी संभावित गिरफ्तारी का फैसला लिया जा सके। "

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि करीब 20-25 ओवर ग्राउंड वर्कर्स को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इन पर शक है ये पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ संपर्क में रहते हैं और उन्हें शरण देते हैं और गाइड करते हैं। 

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