निजामाबादः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चुनाव आयोग (EC) द्वारा जारी वोटर रिवीजन के बीच हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है। ओवैसी ने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि बिहार में बांग्लादेशियों की हवा है तो पहलगाम में चार आतंकियों के बारे में क्यों नहीं पता चला जिन्होंने 25 हिंदू भाइयों की हत्या कर दी।
ओवैसी ने ये बयान तेलंगाना के निजामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान दिया। बिहार में भले ही ओवैसी की पार्टी की उपस्थिति थोड़ी है लेकिन ओवैसी चुनाव से पहले मुखर नजर आ रहे हैं। ओवैसी बिहार में महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहते हैं। इसके लिए पार्टी की तरफ से राजद प्रमुख लालू यादव को चिट्ठी भी लिखी गई थी।
पाकिस्तानी आतंकवादियों ने ली 26 हिंदू भाइयों की जान
कार्यक्रम में बोलते हुए ओवैसी ने कहा "पहलगाम में हमारे 26 हिंदू भाइयों की पाकिस्तान के चार आतंकवादियों ने जान ले ली।" उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने हमले के लिए खुद को जिम्मेदार बताया था। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में मनोज सिन्हा ने कहा था कि पहलगाम हमला सुरक्षा में चूक थी।
सिन्हा के इस बयान को निशाना बनाते हुए ओवैसी ने कहा कि "अगर जिम्मेदार हैं तो छोड़ कर चले जाओ।" ओवैसी ने कहा कि अगर बिहार में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की खबर है तो पहलगाम में वो चार आतंकवादी कैसे घुसे, बताओ।
जारी रहना चाहिए ऑपरेशन सिंदूर
उन्होंने कहा "तुम बोल रहे हो कि बिहार में नेपाली हैं तो बताओ पहलगाम में चार आतंकवादी कैसे आएं?" ओवैसी ने कहा कि इलेक्टोरल लिस्ट के आधार पर बांग्लादेशी, रोहिंग्या बोल रहे हो। पहलगाम का बदला लेना है और ऑपरेशन सिंदूर को जारी रखो।
ओवैसी ने आगे कहा कि जब कि वो चार आतंकवादी जिन्होंने भारत के 26 लोगों को मजहब पूछ कर गोली मारी, जब तक वो पकड़े नहीं जाते, जब तक वो मारे नहीं जाते। हम सवाल पूछते रहेंगे।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने हैं। ओवैसी की पार्टी का प्रभुत्व भले ही बिहार में उतना नहीं है लेकिन सीमांचल के जिलों कटिहार, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया में अच्छा-खासा प्रभाव माना जाता है।