नई दिल्ली/श्रीनगर: भारत ने शनिवार तड़के रावलपिंडी के नूर खान, चकवाल के मुरीद और झंग के रफीकी एयरबेस पर जवाबी हमले किए। यह कार्रवाई उन पाकिस्तानी ड्रोन की घुसपैठ के कुछ घंटों बाद की गई, जिन्हें भारत के विभिन्न राज्यों में 26 स्थानों पर देखा गया था। भारत ने कहा कि इन ड्रोन को ट्रैक कर निष्क्रिय कर दिया गया। शनिवार तड़के पाकिस्तान के कई शहरों में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं।
बीबीस हिंदी के मुताबिक तीन पाकिस्तानी एयरबेस पर भारतीय हमलों की पुष्टि उस समय हुई जब पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने शनिवार सुबह एक प्रेस ब्रीफिंग में यह दावा किया। पाकिस्तान की ओर से यह स्वीकार किया गया कि उसके नूर खान, मुरीद और रफीकी एयरबेस पर हमले हुए हैं। सरकारी टीवी चैनल पर पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना इसका जवाब देगी।
भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस को क्यों बनाया निशाना?
नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी): इस्लामाबाद से महज 10 किमी दूर स्थित यह बेस पाकिस्तान के सबसे सुरक्षित सैन्य ठिकानों में से एक है। यहां वीवीआईपी ट्रांसपोर्ट और पीएएफ कॉलेज भी स्थित है। भारत की इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि जवाबी कार्रवाई किसी भी स्तर तक जा सकती है।
मुरीद एयरबेस (चकवाल): यह बेस हाल ही में पाकिस्तान के ड्रोन हमलों की कमान का केंद्र रहा है। यहां से तुर्की निर्मित ड्रोन शाहपर-1 और बैरकटर टीबी2 संचालित होते हैं।
रफीकी एयरबेस: यहां से जेएफ -17 और मिराज जैसे फाइटर जेट्स ऑपरेट होते हैं। यह बेस हाल के हवाई हमलों में सक्रिय रहा है और चीन निर्मित हथियारों का इस्तेमाल यहीं से किया गया था।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने जम्मू सीमा के पास पाकिस्तान के कई लॉन्च पैड्स और सैन्य चौकियों को भी तबाह किया, जहां से हाल ही में ट्यूब-लॉन्च्ड ड्रोन दागे जा रहे थे। इन पोस्ट्स को सटीक फायरिंग में पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है।
#WATCH | Pakistani Posts and Terrorist Launch Pads from where Tube Launched Drones were also being launched, have been destroyed by the Indian Army positioned near Jammu: Defence Sources
— ANI (@ANI) May 10, 2025
(Source - Defence Sources) pic.twitter.com/7j9YVgmxWw
26 स्थानों पर ड्रोन देखे गएः रक्षा मंत्रालय
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के साथ कुल 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए हैं, जिनमें कई सशस्त्र ड्रोन भी शामिल हैं। इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कच्छ का कुवरबेट और लखी नाला शामिल हैं।
एक सशस्त्र ड्रोन ने पंजाब के फिरोजपुर में एक आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाया, जिससे एक स्थानीय परिवार के सदस्य घायल हो गए। घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई और पूरे क्षेत्र को सुरक्षाबलों ने सैनिटाइज कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “भारतीय सशस्त्र बल उच्चतम स्तर की सतर्कता बनाए हुए हैं। सभी हवाई खतरों की निगरानी और उनका मुकाबला अत्याधुनिक काउंटर-ड्रोन सिस्टम्स के माध्यम से किया जा रहा है। स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।”
सीमा से सटे इलाकों के नागरिकों को घर के भीतर रहने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और स्थानीय प्रशासन के सुरक्षा निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी है।
पाकिस्तान की नापाक हरकतें और भारत की चौकसी
7-8 मई की रात पाकिस्तान ने 300 से 400 ड्रोन और भारी आर्टिलरी से भारतीय सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों पर हमले किए। ये ड्रोन जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 36 स्थानों पर भेजे गए थे, जिनमें से कई को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि यह हमला न केवल सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश थी, बल्कि एयर डिफेंस की क्षमता जांचने और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की साजिश भी थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान ने जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया, वे तुर्की के "Asisguard Songar" मॉडल के हैं।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के बजाय नागरिक विमानों की आड़ में सैन्य हमले किए, जो अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के विपरीत है। यह दावा FlightRadar24 जैसे फ्लाइट ट्रैकिंग एप्लिकेशन से प्राप्त डेटा के आधार पर किया गया।
एलओसी और IB पर स्थिति तनावपूर्ण
श्रीनगर, पुंछ और जम्मू के आसपास एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय कर दिए गए हैं और सतर्कता बढ़ा दी गई है। सीमावर्ती जिलों में सायरन बजाए गए और रेड अलर्ट घोषित किया गया। अमृतसर में ब्लैकआउट और फिरोजपुर व बठिंडा में हवाई हमले के सायरन बजने के बाद लोगों को घरों में रहने की अपील की गई। राजस्थान के बाड़मेर में पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइल का मलबा भी मिला है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पीओके और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बौखलाहट में है और जवाबी हमले कर रहा है।
पाकिस्तानी सेना ने "ऑपरेशन बुनयान मरसूस" नाम से जवाबी कार्रवाई की घोषणा की है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय कमांड अथॉरिटी की आपात बैठक बुलाई है।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने यह जवाब उचित, संतुलित और जिम्मेदारीपूर्वक दिया है। यह स्पष्ट किया गया कि भारत नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है, और कोई भी दुस्साहस बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।