नई दिल्ली: पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आधी रात को आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद भारत सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की है। सरकार ने कहा कि इन हमलों का उद्देश्य आतंकवादियों से जुड़े बुनियादी ढांचों को नष्ट करना था। सरकार ने कहा ये कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और उकसावे की प्रकृति की नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि अगर पाकिस्तान को उकसावे वाली हरकत अब करता है तो उससे भी निपटने के लिए भारत पूरी तरह तैयार है।
ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में मीडिया जानकारी दी। सैन्य अधिकारियों ने आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप भी दिखाई।
कर्नल सोफिया कुरैशी किसी बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। एक्सरसाइज फोर्स 18 नाम का यह अभ्यास भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था।
हेडली और कसाब ने लिया था इन कैंप पर ट्रेनिंग
सरकार ने बुधवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में जिन आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया है, उनमें वे भी शामिल हैं जहां अजमल कसाब, डेविड हेडली जैसे आतंकियों ने ट्रेनिंग हासिल की थी। सरकार ने आगे कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते हुए कर्नल सोफिया ने कहा कि जिस निर्दयता से पहलगाम में पर्यटकों को मारा गया, ये ऑपरेशन उसी के जवाब में किया गया।
कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तान में बीते तीन दशकों से व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने सभी 9 टार्गेट इंटेलिजेंस सूचनाओं के आधार पर चुने और यह सुनिश्चित किया गया कि बेगुनाह लोगों और सिविलयन इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान नहीं पहुंचे।
ले. कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, 'मैं आपको बताना चाहूंगी कि पीओजेके में पहला लक्ष्य मुजफ्फराबाद में सवाई नाला कैंप था, जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था। 20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों ने यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।'
25 मिनट में पूरा हुआ ऑपरेशन सिंदूर
वहीं, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि बेहद पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, "रात 1 बजकर पांच मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच हमला किया गया। पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए स्थानों का चयन किया गया था।"
इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त ब्रीफिंग में बताया, "22 अप्रैल 2025 को लश्कर और पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया और 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी। आतंकियों ने पर्यटकों को उनके परिवार के सदस्यों के सामने सिर में गोली मार दी। इस दौरान परिवार को धमकाया गया और उस बर्बरता का संदेश देने को कहा गया। चूंकि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन फिर से बढ़ रहा था, इसलिए हमले का मुख्य उद्देश्य उसे नुकसान पहुंचाना और दंगा भड़काना था।"
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पहलगाम में हमला अत्यंत बर्बरतापूर्ण था, जिसमें पीड़ितों को बहुत नजदीक से सिर में गोली मारकर और उनके परिवार के सामने मारा गया। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर इस तरह से मारा गया कि उन्हें संदेश वापस ले लेना चाहिए। यह हमला स्पष्ट रूप से कश्मीर में सामान्य स्थिति को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया था।"
'पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका की पुष्टि'
उन्होंने आगे कहा, "रेजिस्टेंस फ्रंट नामक एक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की पुष्टि हुई है। पहलगाम पर हुआ हमला कायराना था और पहलगाम हमले की जांच से पाकिस्तान के आतंकवादियों से संबंध उजागर हुए हैं।"
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने वाली हमारी खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिया है कि भारत पर और हमले हो सकते हैं और उन्हें रोकना और उनसे निपटना आवश्यक समझा गया।"
उन्होंने कहा, "आज सुबह, भारत ने सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया। हमारी कार्रवाई नपी-तुली और गैर-बढ़ी हुई, आनुपातिक और जिम्मेदाराना थी। हमने आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया।"
इस प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत में भारत पर हुए कई हमलों से जुड़ी एक क्लिप भी दिखाई गई थी, जिसमें 2001 का संसद हमला, 2008 का मुंबई आतंकी हमला, उरी, पुलवामा और पहलगाम हमला शामिल है।