भारतीय वायु सेना के जवानों को वीरता चक्र से सम्मानित करेगी सरकार Photograph: (आईएएनएस)
नई दिल्लीः ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वायु सेना के 36 योद्धाओं को भारत सरकार वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेगी। इन योद्धाओं में वायु सेना के नौ अधिकारी हैं। इसमें वे फाइटर पायलट भी शामिल हैं जिन्होंने आतंकी ठिकानों के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया था।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायु सेना के इन लड़ाकों ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इन नौ अधिकारियों को वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा। यह चक्र युद्धकालीन वीरता का तीसरा सर्वोच्च पदक है।
शौर्य चक्र और वायु सेना मेडल से किया जाएगा सम्मानित
एक जांबाज को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। शौर्य चक्र दुश्मन से सीधे भिड़े बिना, साहसिक कार्य या आत्मबलिदान के लिए सम्मानित किया जाता है। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र के बाद इसका स्थान आता है। इसके अलावा 26 अन्य योद्धाओं को वायु सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
भारतीय वायु सेना के जिन वीरों को वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा, उनमें ग्रुप कैप्टन आरएस सिधु, मनीष अरोरा, अनिमेष पटनी और कुणाल कालरा है। वहीं, विंग कमांडर जॉय चंद्र, स्क्वैड्रन लीडर्स सार्थक कुमार, सिद्धांत सिंह, रिजवान मलिक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए एस ठाकुर शामिल हैं।
6 और 7 मई को लांच किया गया था ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर 6 और 7 मई की दरम्यानी रात भारतीय सेनाओं ने लांच किया था। इसे 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन के दौरान 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे।
वायु सेना अधिकारियों को पहली बार सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर लांच किए जाने के पाकिस्तान की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई जिसमें ड्रोन से हमला करने का प्रयास किया गया। भारतीय सुरक्षाबलों ने इन हमलों का तत्परता से जवाब दिया। दोनों देशों के बीच यह गोलीबारी और ड्रोन-मिसाइल से हमले तीन दिनों तक चला। इसके बाद 10 मई को युद्धविराम समझौता हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर अभियान को सफल बनाने वाले इन वीर जवानों को ये सम्मान देने की घोषणा स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले की गई है।