श्रीनगर: संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की शुरुआत के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर से भी बड़ी खबर सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के लिडवास इलाके में सोमवार को सुरक्षाबलों को आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अहम सफलता मिली है। सेना के जवानों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत तीन आतंकियों को मार गिराया गया है। यह मुठभेड़ लिडवास में हुई, जहां सेना ने आतंकियों की घेराबंदी कर उन्हें मार गिराया।

सूत्रों के अनुसार मारे गए आतंकियों में पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी शामिल है। लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सुलेमान की पहचान 22 अप्रैल को हुए उस पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड के रूप में हुई थी, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की है कि आज 'ऑपरेशन महादेव' अभियान में उसे दो अन्य आतंकवादियों- अबू हमजा और यासिर के साथ मार गिराया गया।

ऑपरेशन के संबंध में सेना की चिनार कॉर्प्स ने अपने एक्स हैंडल पर जानकारी साझा की। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ऑपरेशन महादेव: लिडवास इलाके में आतंकियों से संपर्क स्थापित हुआ है और ऑपरेशन जारी है।

इसके कुछ समय बाद एक अन्य पोस्ट में चिनार कॉर्प्स ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया है और ऑपरेशन अभी भी जारी है।

सेना के अधिकारियों के अनुसार, खुफिया सूचना के आधार पर लिडवास इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जो कई घंटों तक चली। मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराने में सुरक्षाबलों को सफलता मिली। इलाके में फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।

ऑपरेशन महादेव के तहत बड़ी सफलता

'ऑपरेशन महादेव' को हाल के समय में घाटी में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी रणनीतिक सफलता माना जा रहा है। यह ऑपरेशन इस बात का संकेत है कि सेना और अन्य सुरक्षाबल आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए पूरी मुस्तैदी और सटीक रणनीति के साथ जुटे हुए हैं।

22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन मैदान में पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकवादी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के बाद से आतंकवाद-रोधी अभियान आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और मानव खुफिया जानकारी का उपयोग कर रहे हैं।

पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले ने पूरे देश को आक्रोशित कर दिया था। इसके बाद सरकार ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए सशस्त्र बलों को खुली छूट दे दी थी। भारतीय सशस्त्र बलों ने इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ढांचे पर लक्षित हमले किए। इस हमले में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई के बाद भारतीय वायुसेना ने उसके कई सैन्य और हवाई ठिकानों को भी बर्बाद कर दिया था।

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)