नई दिल्ली: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार दोपहर उनके गुरुग्राम स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। चौटाला रिकॉर्ड पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। वह पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे थे। हरियाणा की जाट राजनीति में चौटाला परिवार का खूब वर्चस्व रहा और आज भी दिखता है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि चौटाला का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर को सिरसा जिले के तेजा खेड़ा में किया जाएगा। इससे पहले अंतिम दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनका पार्थिव शरीर सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक वहां रखा जाएगा।
चौटाला के परिवार में उनके दो बेटे अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला सहित तीन बेटियां हैं। अभय पहले हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। अभी वर्तमान में अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला हरियाणा के रानिया निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। वहीं, मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार के दौरान अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उपमुख्यमंत्री थे
ओमप्रकाश चौटाला: विरासत में मिली सियासत
ओमप्रकाश चौटाला का जन्म 1935 में सिरसा में हुआ था। हरियाणा और देश की सियास में ताऊ के तौर पर मशहूर रहे चौधरी देवीलाल के बेटे ओमप्रकाश चौटाला को सियासत एक तरह से विरासत में मिली। 1989 में देवीलाल ने डिप्टी पीएम बनने के लिए दिल्ली का रूख किया। वे तब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे। दिल्ली जाते-जाते उन्होंने कुर्सी अपने बेटे को सौंपी।
इस तरह पहली बार ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। हालांकि, वे कुछ महीनों के लिए सीएम कुर्सी पर रहे। इसके बाद 12 जुलाई से 17 जुलाई, 1990 (पांच दिनों के लिए) तक और फिर 1991 में करीब एक महीने के लिए ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। चौटाला इसके बाद दो बार और सीएम बने। इसमें जुलाई, 1999 से मार्च 2000 तक करीब एक साल का उनका कार्यकाल रहा। वहीं, पांचवीं बार वे अपना कार्यकाल (2000- 2005) पूरा करने में कामयाब रहे।
शिक्षकों की अवैध भर्ती के मामले में काटी जेल
ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला पर आरोप लगा कि उन्होंने राज्य में जाली दस्तावेजों के जरिए करीब तीन हजार शिक्षकों की अवैध रूप से भर्ती करवाई। इस मामले में सीबीआई ने जांच की। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने फरवरी 2013 में ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला को 10 साल की सजा सुनाई। इसके बाद ओम प्रकाश चौटाला करीब साढ़े नौ साल जेल में रहे।
हरियाणा में चौटाला परिवार की राजनीति
चौधरी देवीलाल का परिवार हरियाणा की राजनीति में हमेशा से केंद्र में रहा है। देवीलाल के 2001 में निधन के बाद ओम प्रकाश चौटाला ने उनकी विरासत को संभाला। हालांकि, कुछ साल पहले चौटाला परिवार दो खेमों में बंट चुका है। ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला ने इनेलो (INLD) से अलग होकर 2018 में जननायक जनता पार्टी बना ली थी।
वहीं, इनेलो की कमान अभी ओम प्रकाश चौटाला और उनके छोटे बेटे अभय चौटाला संभाल रहे हैं। दूसरी ओर अजय चौटाला की विरासत यानी जननायक जनता पार्टी (JJP) उनके दोनों बेटे दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला संभाल रहे हैं।