भुवनेश्वरः विदेशी महिला की जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनाने को लेकर राज्य में आक्रोश फैल गया। आक्रोश फैलने के बाद सोमवार को एक टैटू आर्टिस्ट और पॉर्लर के मालिक को गिरफ्तार किया गया है।
इसको लेकर साहिद नगर पुलिस स्टेशन में भगवान जगन्नाथ के भक्तों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह शिकायत भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 के तहत दर्ज की गई थी।
भारतीय न्याय संहिता की यह धारा जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य से संबंधित है जिसका उद्देश्य किसी वर्ग या धर्म का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है।
पुलिस ने क्या बताया?
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस सूत्रों के हवाले से लिखा है कि आरोपियों की पहचान रॉकी रंजन बिश्नोई और टैटू आर्टिस्ट अश्विनी कुमार प्रधान के रूप में हुई है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जांच के दौरान रॉकी ने कबूल किया कि उसके एक कलाकार अश्विनी कुमार ने महिला के अनुरोध पर उसकी जांघ पर टैटू गुदवाया था।
विदेशी महिला ने भुवनेश्वर के एक पॉर्लर में टैटू बनवाया था जिसके बाद यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और जगन्नाथ भक्तों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
एनजीओ में काम करती है महिला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महिला एक गैर सरकारी संस्था में काम करती है। महिला इटली की नागरिक है, हालांकि पुलिस उसके विवरण की पुष्टि कर रही है।
आक्रोश के बाद महिला और टैटू पॉर्लर के मालिक ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी है। एक वीडियो संदेश में हाथ जोड़ते हुए महिला ने कहा "मैं अपमान नहीं करना चाहती थी। मैं भगवान जगन्नाथ की सच्ची भक्त हूं। मैं रोजाना मंदिर जाती हूं। मैंने जो गलती की है उसके लिए क्षमा मांगती हूं। मैंने टैटू आर्टिस्ट से छिपी जगह पर टैटू बनाने के लिए कहा था।"
इसके साथ ही महिला ने कहा कि मुझे खेद है और जैसे ही टैटू की जगह सही हो जाएगी मैं इसे हटा दूंगी। मेरी गलती के लिए मुझे क्षमा कर दें। टैटू पॉर्लर के मालिक ने कहा कि उसने महिला से टैटू न बनवाने को कहा था लेकिन फिर भी उसने टैटू गुदवाया था।