ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (फाइल फोटो- IANS)
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भुवनेश्वर: बीजू जनता दल (बीजद) की राज्यसभा सांसद ममता मोहंता ने बुधवार को सदन से इस्तीफा दे दिया है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तत्काल प्रभाव से उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
इसके अलावा, ममता ने बीजू जनता दल की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ममता भाजपा में शामिल हो सकती हैं। हालांकि इस सिलसिले में ममता ने अभी कुछ भी नहीं कहा है।
बता दें कि ममता मोहंता अप्रैल 2020 को राज्यसभा सांसद के रूप में निर्वाचित हुई थीं और उनका कार्यकाल 2026 में खत्म होने वाला था। लेकिन समय से पहले ममता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि ममता ने इस्तीफा क्यों दिया है, यह अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
ममता के इस्तीफे से भाजपा को होगा फायदा
सूत्रों के अनुसार, ओडिशा विधानसभा में बीजेपी के पास बहुमत है, ऐसे में जब ममता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है तो यह सीट खाली हो गई है और अब इस पर चुनाव होगा।
चूंकि भाजपा के पास बहुमत है तो इस केस में विधानसभा में सदस्यों की संख्या को अगर देखा जाए तो इससे भाजपा को फायदा होने वाला है और यह सीट उसकी झोली में जाने वाली है।
राज्यसभा सीटों में भाजपा है अभी पीछे
लोकसभा चुनाव के बाद बहुमत का आंकड़ा पार नहीं करने के बाद भाजपा ने अपनी सहयोगियों के दम पर एनडीए की सरकार तो बना ली है लेकिन राज्यसभा में सीटों के आधार पर पेच अभी भी फंसा हुआ है।
दरअसल, राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 245 है जिसमें मौजूदा सांसदों की संख्या 225 है। 225 सासंदो की संख्या के आधार पर राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 होता है।
लेकिन बीजेपी के पास अभी कुल 86 सांसद हैं और अगर एनडीए की सहयोगियों के सांसदों की संख्या को अगर मिला लें तो यह आंकड़ा 101 हो जाता है जो अभी भी बहुमत से पीछे है।
ऐसे में ममता मोहंता के इस्तीफे के बाद अगर कोई समीकरण बैठता है और अगर भाजपा को ओडिशा से कुछ राजसभा सांसद मिलते हैं तो इस केस में भाजपा राज्यसभा में भी बहुमत के आंकड़े को पार सकेगी।
बता दें कि राज्यसभा में विपक्षी इंडिया गठबंधन के पास अभी केवल 87 सीट हैं। बाकी बची सीटें उन दलों की हैं जिन्होंने न तो एनडीए के साथ हाथ मिलाया है और न ही इंडिया गठबंधन के साथ गए हैं।
नवीन पटनायक को ममता ने क्या कहा है
पार्टी के अध्यक्ष नवीन पटनायक के नाम अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा, "आदरणीय महोदय, मैं, 31 जुलाई, 2024 को बीजू जनता दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं। मैं मयूरभंज के लोगों की सेवा करने और राष्ट्रीय स्तर पर ओडिशा के मुद्दे को उठाने का अवसर देने के लिए आपका तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूं।"
ममता ने आगे कहा कि "मुझे लगता है कि बीजू जनता दल में मेरी और मेरे समुदाय की सेवाओं की कोई आवश्यकता नहीं है। इसलिए, मैंने जनहित में यह कठोर निर्णय लिया है। मैं आपसे मेरा इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध करती हूं।"
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ