भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस ने रविवार देर रात कांग्रेस की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के राज्य इकाई अध्यक्ष उदित प्रधान को 19 साल की इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। प्रधान को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने आरोप लगाया है कि प्रधान ने 18 मार्च को एक होटल में उसे नशीला पदार्थ देकर उसके साथ बलात्कार किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार प्रधान पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64 (1) (बलात्कार), 123 (जहर देकर चोट पहुँचाना), 296 (अश्लील कृत्य और गाने), 74 (महिला के विरुद्ध आपराधिक बल का प्रयोग) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

छात्रा ने अपनी शिकायत में क्या कुछ बताया है?

छात्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि 18 मार्च को भुवनेश्वर के मास्टर कैंटीन चौक पर उसे दो दोस्त मिले। वे कार में बातें कर रहे थे, तभी एक और आदमी उनके साथ आ गया। उसने अपना नाम उदित प्रधान बताया और बताया कि वह एनएसयूआई की ओडिशा शाखा का अध्यक्ष है।

पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा, 'वह मेरे बगल में बैठ गया और मुझे गलत तरीके से छुआ। फिर वे मुझे एक होटल में ले गए, एक कमरे में रुके और शराब पीने लगे। मैं शराब नहीं पीती, इसलिए मैंने मना कर दिया। उदित प्रधान ने मुझे एक गिलास कोल्ड ड्रिंक दी। जब मैंने उसे पी लिया, तो मुझे चक्कर आने लगा और मैंने उनसे घर छोड़ने के लिए कहा। फिर मैं बेहोश हो गई।'

पीड़िता ने कहा, 'जब मुझे होश आया, तो मैंने उदित प्रधान को अपने बगल में लेटा हुआ पाया। मुझे दर्द हुआ और मुझे एहसास हुआ कि मेरे साथ कुछ गलत हुआ है।'

कांग्रेस के राज्य सरकार पर आरोपों के बीच नया मामला

कांग्रेस छात्र नेता की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब कांग्रेस पार्टी ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराध के हालिया मुद्दों को लेकर हमलावर है। इन अपराध की घटनाओं में बालासोर के एक प्रमुख कॉलेज में एक छात्रा की मौत भी शामिल है। बहरहाल, समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस ने अभी तक प्रधान की गिरफ्तारी को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।

हाल में बालासोर में एक कॉलेज की छात्रा ने फैकल्टी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्मदाह कर लिया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद राज्य में मोहन चरण मांझी की भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह 'व्यवस्था द्वारा सुनियोजित हत्या' से कम नहीं है।

राहुल ने एक पोस्ट में लिखा था, 'ओडिशा में न्याय के लिए लड़ रही एक बेटी की मौत भाजपा की व्यवस्था द्वारा की गई हत्या से कम नहीं है। उस बहादुर छात्रा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई - लेकिन न्याय दिलाने के बजाय, उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया और बार-बार अपमानित किया गया।'

राहुल ने आगे कहा, 'जिन लोगों को उसकी रक्षा करनी थी, वे उसे तोड़ते रहे। हमेशा की तरह, भाजपा की व्यवस्था आरोपियों को बचाती रही और एक मासूम बेटी को खुद को आग लगाने के लिए मजबूर किया।'