फोन कॉल और डाटा के लिए अब अलग-अलग पैक देना अनिवार्य, TRAI का निर्देश

संशोधन के बाद एयरटेल और वीआई यूजर्स बिना डेटा वाले टैरिफ प्लान चुन सकते हैं, लेकिन जियो यूजर्स को डेटा वाला पैक लेना जरूरी होगा।

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Now no need for internet tariff plan, special recharge plan will come for only calling and SMS, TRAI amended the rules

प्रतीकात्मक फोटो (फोटो- IANS)

नई दिल्ली: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई-TRAI) ने उपभोक्ताओं के लिए दूरसंचार नीतियों में बड़े बदलाव किए हैं। सोमवार को ट्राई ने टैरिफ नियमों में संशोधन करते हुए टेलीकॉम ऑपरेटरों को बिना इंटरनेट पैक वाले, केवल एसएमएस और वॉयस कॉल वाले टैरिफ प्लान पेश करने का निर्देश दिया।

इस निर्णय का उद्देश्य करीब 15 करोड़ 2जी उपयोगकर्ताओं और उन लोगों को लाभ पहुंचाना है जो सिर्फ कॉल और एसएमएस के लिए दो सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। ट्राई का कहना है कि उपभोक्ताओं को केवल उन्हीं सेवाओं का भुगतान करना चाहिए जिनका वे उपयोग कर रहे हैं।

वर्तमान में, टेलीकॉम ऑपरेटर ऐसे टैरिफ प्लान पेश कर रहे हैं जिनमें मोबाइल डाटा के साथ कॉल और एसएमएस की सुविधा शामिल है। इस संशोधन के बाद, ऑपरेटर ऐसे टैरिफ भी उपलब्ध कराएंगे जिनमें डाटा पैक शामिल नहीं होगा।

यही नहीं ट्राई ने यह भी निर्देश दिया है कि स्पेशल टैरिफ वाउचर (एसटीवी) की वैधता 90 दिन से बढ़ाकर 365 दिन की जाए। साथ ही, ऑपरेटरों को उपयोगकर्ताओं की सुविधा और सामर्थ्य को ध्यान में रखते हुए कम से कम 10 रुपए से शुरू टॉप-अप वाउचर भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

संशोधन का एयरटेल और वीआई पर पड़ेगा असर

वर्तमान में 2जी उपयोगकर्ताओं को ऐसे महंगे प्लान खरीदने पड़ते हैं, जिनमें अनावश्यक डाटा सुविधाएं शामिल होती हैं। ऐसे में इस संशोधन से यह खत्म हो जाएगा। इससे एयरटेल और वीआई जैसे टेलीकॉम प्रदाताओं पर असर पड़ सकता है, क्योंकि ये अभी भी 2जी नेटवर्क सपोर्ट करते हैं। वहीं, जियो पूरी तरह से 4जी और 5जी नेटवर्क पर आधारित है।

संशोधन के बाद एयरटेल और वीआई के यूजर्स बिना डाटा वाले टैरिफ प्लान चुन सकते हैं, लेकिन जियो यूजर्स को डाटा वाला पैक लेना अनिवार्य होगा, क्योंकि उनके कनेक्शन के लिए इंटरनेट जरूरी है।

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ट्राई ने क्या कहा है

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण (12वां संशोधन) नियमन में कहा, ‘‘केवल कॉल और एसएमएस के लिए विशेष वाउचर को अनिवार्य करने से उन ग्राहकों को एक विकल्प मिलेगा, जिन्हें डाटा (इंटरनेट) की आवश्यकता नहीं है। इससे किसी भी तरह से इंटरनेट समावेश की सरकारी पहल पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि सेवा प्रदाता बातचीत और एसएमएस के साथ डेटा और केवल इंटरनेट के लिए वाउचर की पेशकश करने के लिए स्वतंत्र हैं।’’

ट्राई ने आगे कहा,‘‘सेवा प्रदाता विशेष रूप से बातचीत और एसएमएस के लिए कम-से-कम एक विशेष शुल्क वाउचर की पेशकश करेगा। इसकी वैधता अवधि 365 दिन से अधिक नहीं होगी।’’

दूरसंचार कंपनियां राजस्व बढ़ाने के लिए तलाश रही नए विकल्प

ट्राई ने बताया कि ये बदलाव उपभोक्ता सर्वेक्षण और हितधारकों की प्रतिक्रिया के आधार पर किए गए हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं को उनके पैसे का अधिकतम लाभ मिल सके।

वहीं, दूरसंचार कंपनियां अपने प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) को बढ़ाने के लिए डाटा, कॉल, एसएमएस और ओटीटी लाभों वाले बंडल प्लान की पेशकश पर काम कर रही हैं।

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