पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ से तबाही Photograph: (आईएएनएस)
Northeast Flood: असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त है। भारी बारिश के चलते लोग बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने को मंजूर हैं। इससे लाखों की संख्या में लोग विस्थापित होने को मजबूर हैं। वहीं, पूर्वोत्तर के राज्यों में अब तक करीब 34 लोगों की मौत हो गई है। इन राज्यों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए लगी हैं।
असम के 19 जिले भारी बारिश से तबाही का मंजर झेल रहे हैं। इन जिलों में डिब्रूगढ़, होजाई, कामरूप, लखीमपुर, नगावं, हैलाकांडी, धीमाजी, दरंग, सिवासनगर जैसे जिले शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश में नौ लोगों की मौत
अरुणाचल प्रदेश में लगातार हो रही मानसूनी वर्षा के चलते हुए भूस्खलन में नौ लोगों की मौत हो गई। सीएम पेमा खांडू ने मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मारे गए लोगों के परिवारीजनों को 4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।
वहीं, त्रिपुरा में भी बीते कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। राजधानी अगरतला में बीते रविवार को 200 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई।
मणिपुर में भी भारी बारिश के चलते लोग विस्थापित होने को मजबूर हैं। यहां पर सेना के अधिकारियों के साथ असम राइफल्स के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं। अधिकारियों के मुताबिक, यहां से 1,500 लोगों को बचा लिया है और उन्हें राहत सामग्री दी गई है। इससे पहले रविवार को भारतीय वायुसेना और असम राइफल्स के लोगों ने बचाव के लिए अभियान चलाया था। सेना के जवानों और बचावकर्मियों ने बाढ़ क्षेत्र के एक अस्पताल में पानी भर जाने के बाद मरीजों और अस्पताल के सदस्यों को बाहर निकाला।
गृहमंत्री ने पूर्वोत्तर राज्यों के सीएम से की बात
पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश की वजह के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। गृह मंत्री ने इस बारे में अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट भी शेयर किया।
असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में चार जून तक आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से जारी की गई है।
पूर्वोत्तर के राज्यों खासकर सिक्किम में घूमने गए करीब 1,200 लोग फंसे हुए हैं। वहीं, इन राज्यों में लाखों की संख्या में लोग भारी बारिश और बाढ़ के चलते विस्थापित होने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि इस बार केरल के तट पर मानसून 24 मई को आ गया है जो कि 16 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है। आम तौर पर केरल में मानसून एक जून तक दस्तक देता है। ऐसे में इस बार पहले की मानसून आ जाने की वजह से कई राज्यों में प्री मानसून बारिश देखी जा रही है।
वहीं, दक्षिण के राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल में भी भारी बारिश हो रही है। कर्नाटक में हो रही बारिश से अब तक 71 लोगों की मौत हो चुकी है। कर्नाटक में इस बार मई महीने में रिकॉर्ड बारिश हुई है। आमतौर पर मई में यहां पर 74 मिलीमीटर के आसपास बारिश होती है लेकिन इस साल 219 मिलीमीटर बारिश हुई है।