नई दिल्लीः ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वायुसेना प्रमुख (आईएएफ) अमरप्रीत सिंह के दावे को पाकिस्तान ने सिरे से खारिज कर दिया है। एयर चीफ मार्शलअमरप्रीत सिंह ने शनिवार को कहा कि सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाँच पाकिस्तानीजेट और एक एयरबोर्नअर्लीवार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) विमान को मार गिराया था।
वायुसेना प्रमुख के इस दावे को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने 'हास्यास्पद' बताया और कहा कि पाकिस्तान के एक भी विमान क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। आसिफ का बयान भारतीय वायुसेना प्रमुख के खुलासे के कुछ घंटे बाद आया।
'5 फाइटर जेट्स और एक सर्विलांस विमान गिराया'
बेंगलुरु में एक व्याख्यान के दौरान एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना ने पाँच पाकिस्तानी लड़ाकू जेट और एक बड़े सर्विलांस विमान को मार गिराया था। उन्होंने इसे "सबसे बड़ी सतह से हवा में मार गिराने वाली घटना" बताया।
अमरप्रीत ने यह भी दावा किया कि भारतीय हमलों में पाकिस्तान के हवाई ठिकानों और बुनियादी ढाँचे को भी भारी नुकसान पहुँचा। उन्होंने कहा कि जैकोबाबाद एयरबेस पर खड़े अमेरिकी एफ-16 जेट्स को निशाना बनाया गया था, जिससे उनके हैंगर का आधा हिस्सा उड़ गया और अंदर रखे विमान भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा, दो कमांड और कंट्रोल सेंटर व छह रडार भी ध्वस्त किए गए। उन्होंने कहा कि इन हमलों के कारण पाकिस्तान को तीन दिनों के भीषण संघर्ष के बाद संघर्ष विराम के लिए मजबूर होना पड़ा। सिंह के अनुसार, इन ऑपरेशनों में करीब 100 आतंकी भी मारे गए थे।
पाकिस्तान के रक्षामंत्री ने क्या कहा
भारतीय वायुसेना प्रमुख के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोशल मीडिया पर लिखा, "भारतीय पक्ष द्वारा पाकिस्तान का एक भी विमान न तो गिराया गया और न ही नष्ट हुआ।" उन्होंने इन दावों को 'अकल्पनीय' और 'बेवक्त' बताते हुए कहा कि तीन महीनों तक भारत ने ऐसा कोई दावा नहीं किया था, जबकि पाकिस्तान ने घटना के तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय मीडिया को विस्तृत तकनीकी जानकारी दी थी।
उन्होंने भारत के दावों को चुनौती देते हुए कहा कि अगर सच्चाई पर सवाल है, तो दोनों देशों को अपने विमानों की सूची स्वतंत्र सत्यापन के लिए खोल देनी चाहिए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का कोई भी उल्लंघन "तेज, निश्चित और माकूल जवाब" को जन्म देगा।
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को उस समय शुरू किया गया, जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहालगाम में आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। 'ऑपरेशन सिंदूर' पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी बुनियादी ढाँचे को निशाना बनाने के लिए शुरू किया गया था। चार दिनों तक चले इस गहन सीमा पार संघर्ष के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोकने के लिए एक सहमति बनी थी।