विजय माल्या और नीरव मोदी की संपत्तियों से 15,000 करोड़ रुपए वसूल कर बैंकों को लौटाए गए: निर्मला सीतारमण

काले धन पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2015 में लागू काला धन अधिनियम के तहत 2024 तक दो लाख करदाताओं ने विदेशी संपत्तियां उजागर की हैं।

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Finance Minister Nirmala Sitharaman's disclosure: Assets of Vijay Mallya and other economic criminals seized

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का खुलासा: विजय माल्या और अन्य आर्थिक अपराधियों की संपत्ति जब्त (फोटो- IANS)

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में बताया कि भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या की 14,131 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली गई है। जब्त की गई संपत्तियों को सार्वजनिक और निजी बैंकों को सौंपा गया है ताकि माल्या द्वारा लिए गए भारी कर्ज को चुकाया जा सके।

इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जैसे अन्य भगोड़ों की संपत्तियां भी जब्त की हैं।

सीतारमण ने कहा कि ईडी ने अब तक 22,280 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें नीरव मोदी से 1,052 करोड़ रुपए और मेहुल चोकसी से 2,565 करोड़ रुपए की संपत्तियां शामिल हैं।

साथ ही, नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) मामले में भी 17.5 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है। वित्त मंत्री ने आश्वासन दिया कि आर्थिक अपराधियों के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी।

काले धन के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने क्या कहा

काले धन को लेकर उठाए गए सवालों पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि साल 2015 में लागू काला धन अधिनियम के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इस कानून के तहत 2024 तक करीब दो लाख करदाताओं ने अपनी विदेशी संपत्तियों का खुलासा किया है।

सीतारमण ने बताया कि इस कानून के तहत 700 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 17 हजार करोड़ रुपए की राशि वापस लाई जा चुकी है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ईडी की कम दोषसिद्धि दर को लेकर सवाल उठाए। सुरजेवाला ने कहा कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच दर्ज किए गए 900 मामलों में से केवल 4.6 फीसदी मामलों में दोषसिद्धि हुई है।

विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि ईडी का उपयोग सरकार द्वारा राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। इस पर सीतारमण ने स्पष्ट किया, "हमने किसी को नहीं छोड़ा है। चाहे वे देश छोड़कर भाग गए हों, हमने उनके खिलाफ कार्रवाई की है।"

वित्त मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का भी जिक्र किया कि ईडी को अभियोजन की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। सीतारमण ने बताया कि भारत विजय माल्या, नीरव मोदी और संजय भंडारी जैसे भगोड़ों के प्रत्यर्पण पर काम कर रहा है।

ब्राजील में हाल ही में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से इन मामलों में तेजी लाने का आग्रह किया।

विजय माल्या, नीरव मोदी समेत अन्य भगोड़ों पर क्या आरोप लगे हैं?

विजय माल्या: बैंक ऋण चूक मामले में मुख्य आरोपी, जो 2016 में भारत से भाग गया।

नीरव मोदी: पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी का आरोपी, जो वर्तमान में ब्रिटेन में हैं।

मेहुल चोकसी: नीरव मोदी के सहयोगी और धोखाधड़ी के कई मामलों में वांछित।

संजय भंडारी: अवैध हथियार सौदों में आरोपी, जिनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी है।

वित्त मंत्री के इस बयान ने साफ कर दिया है कि सरकार आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम न केवल बैंकों के नुकसान की भरपाई में मदद करेगा, बल्कि देश की वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वास को भी बढ़ावा देगा।

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