पोर्ट ब्लेयरः अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नवनिर्वाचित भाजपा सांसद बिष्णु पद रे अपने एक बयान को लेकर चर्चा में हैं। एक वीडियो में वे निकोबार द्वीप समूह के मतदाताओं पर उन्हेंं वोट न देने का आरोप लगाते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते दिख रहे हैं। यह वीडियो लोकसभा चुनाव के नतीजे के एक दिन बाद यानी 5 जून का है जो अब वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों बिहार के सीतामढ़ी से जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था। देवेश चंद्र ठाकुर कहा था कि वे यादवों और मुसलमानों के लिए काम नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी समर्थन किया था।
वायरल वीडियो में बिष्णु पद रे एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने वे कहते सुने जा सकते हैं कि “हम लोगों का काम करवाएंगे। लेकिन जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया, उन्हें सोचना चाहिए…निकोबार द्वीप समूह ने मुझे कोई वोट नहीं दिया।” वे कहते हैं, कार निकोबार, सोचो अब तुम्हारा क्या होने वाला है।
In a video – recorded on June 5, a day after the Lok Sabha poll results, but that came to the fore only recently – BJP MP Bishnu Pada Ray is addressing a public gathering in the Andaman and Nicobar Islands’ union territory, threatening voters. @DeeptimanTY reports… pic.twitter.com/n0YfkvWC02
— The Indian Express (@IndianExpress) June 20, 2024
वीडियो में भाजपा सांसद आगे कहते हैं, “निकोबार के नाम पर तुम पैसे लोगे, शराब पिओगे, लेकिन वोट नहीं दोगे। निकोबारी भाई संभल कर रहो। संभल कर रहो…अब तुम्हारे दिन खराब होने वाले हैं… तुम अब अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को बेवकूफ नहीं बना पाओगे। आपके दिन अब अच्छे नहीं रहेंगे। इस वीडियो को इंडियन एक्सप्रेस ने अपने एक्स हैंडल से साझा किया है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बिष्णु से उनके इस बयान के लिए संपर्क किया तो उन्होंने बिना किसी जवाब के फोन काट दिया। हालांकि बाद में एक एक प्रेस नोट भेजा। जिसके मुताबिक, घटना के बाद कार निकोबार के मुख्य आदिवासी मुखिया के नेतृत्व में निकोबारी लोग उनसे पोर्ट ब्लेयर में मिले थे और चुनाव जीतने पर उन्हें बधाई दी थी। नोट में कहा गया कि भाजपा सांसद ने निकोबारियों से अतीत को भूलने को कहा और उन्हें आश्वासन दिया कि वे जरूरत पड़ने पर आदिवासी समुदाय के मुद्दों को हल करने के लिए और भी अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे।
इससे पहले बिहार के सीतामढ़ी के जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया था। देवेश चंद्र ने कहा था कि ‘यादव और मुसलमानों ने उन्हें वोट नहीं दिया, इसलिए वो उनकी मदद नहीं करेंगे।’ 17 जून को एक आयोजन में ठाकुर ने कहा था कि यादव और मुसलमान अगर हमारे यहां आते हैं तो उनका स्वागत है। चाय पीजिए, मिठाई खाइए लेकिन मैं आपका कोई काम नहीं करूंगा।
जदयू सांसद के इस बयान की काफी आलोचना हुई। राजद से लेकर जदयू और भाजपा ने इस बयान को गलत बताया था। तब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह उनके बचाव में खड़े हो गए। केंद्रीय मंत्री ने देवेश चंद्र के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने दिल की बात कह दी है। मुझे भी मुसलमान वोट नहीं देते।
गिरिराज ने 18 जून को पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि मुसलमान मुझे भी वोट नहीं देता। राज्य और केंद्र की सभी योजनाओं का लाभ उठाने के बाद किसी पार्टी को कुछ वर्ग ज्यादा वोट करेंगे और कुछ कम। लेकिन अगर मुसलमानों ने तय कर लिया है कि हम वोट नहीं करेंगे। तो यह सनातन को कमजोर करने और भारत में गजवा-ए- हिंद लाने की सोची समझी रणनीति है।
हालांकि बाद में जदयू सांसद ने अपने बयान पर सफाई दी थी। उन्होंने कहा कि हमेशा से वे जातिवाद से उठकर काम किया है और क्षेत्र के लोगों को उनकी धर्मनिरपेक्षता के बारे में मालूम है। किसी दूसरी पार्टी के नेताओं से धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।