मुंबई: 122 करोड़ रुपए के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम मामले में मुख्य आरोपी हितेश मेहता का मंगलवार को पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया। मुंबई पुलिस ने एक बयान में इसकी जानकारी दी।
मुंबई पुलिस ने बताया कि यह टेस्ट एफएसएल यानी फोरेंसिक साइंस लैब में फोरेंसिक एक्सपर्ट्स और साइकायट्रिस्ट की उपस्थिति में करवाया गया। टेस्ट करीब 2 घंटे 30 मिनट तक चला। इस दौरान मेहता से घोटाले से जुड़े करीब 40 से 50 सवाल पूछे गए, जिसका जवाब उसने (हितेश मेहता) हां और न में दिया।
पॉलीग्राफ टेस्ट: पूछे गए ये सवाल
मुंबई पुलिस के मुताबिक, यह टेस्ट मंगलवार सुबह 11 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चला और इसमें पैसे के ट्रांसफर, अन्य आरोपियों की भूमिका तथा बैंक फंड के दुरुपयोग जैसे प्रमुख पहलुओं से जुड़े सवाल पूछे गए।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों ने बताया कि पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट 3 से 4 दिनों के भीतर आने की उम्मीद है। पुलिस ने दावा किया कि रिपोर्ट के आधार पर कई सारे पहलुओं पर स्पष्टता मिलने की संभावना है।
विदेश भाग चुके हैं दो आरोपी
इससे पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने इस महीने की शुरुआत में बताया कि न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक की कार्यवाहक चेयरमैन गौरी भानु और उनके पति हिरेन भानु देश छोड़कर विदेश भाग गए हैं। मुंबई पुलिस जल्द ही उन्हें भगोड़ा घोषित करेगी।
हिरेन भानु बीते 26 जनवरी को देश छोड़कर दूसरे देश चले गए थे, जबकि उनकी पत्नी गौरी भानु 10 फरवरी को थाईलैंड भाग गईं। हिरेन भानु आरबीआई निरीक्षण से करीब दो हफ्ते पहले भाग गए।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के 122 करोड़ गबन मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें बैंक के पूर्व जीएम हितेश मेहता, बिल्डर धर्मेश पौन और अभिमन्यु शामिल हैं। 122 करोड़ गबन मामले में मनोहर की चौथी गिरफ्तारी हुई है।