दिल्लीः नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुई भगदड़ की वजह कोई 'फर्जी खबर' है, जिसे प्रचारित किया गया था। रेलवे इसको लेकर जांच कर रही है। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि रेलवे मंत्रालय इस बात की जांच कर रही है कि क्या किसी फर्जी खबर की वजह से यह हादसा हुआ?
केंद्रीय मंत्री ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि " यह बहुत दुखद घटना है। हम और हमारी सरकार बहुत दुखी हैं। रेलवे मंत्रालय यह समझने के लिए इस घटना की जांच कर रहा है कि इसके पीछे कोई साजिश या फेक न्यूज तो नहीं फैलाई गई जिससे यह घटना घटित हुई.."
शनिवार रात हुई इस घटना में 18 लोगों की जान गई है। जान गंवाने वालों में नौ महिलाएं, पांच बच्चे और चार पुरुष शामिल हैं।
जांच के लिए पैनल का किया गया गठन
इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति में उत्तर रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर नरसिंह देव और प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी कमिश्नर पंकज गंगवार शामिल हैं।
रेलवे ने कहा है कि समिति ने घटना की एक उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है। इसके लिए समिति ने रेलवे स्टेशन से सभी वीडियो फुटेज को सुरक्षित करने का आदेश दिया है।
रेलवे ने मुआवजे का किया ऐलान
भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारीजनों को रेलवे ने 10 लाख रूपये मुआवजे का ऐलान किया है। इसके साथ ही गंभीर रूप से घायलों के लिए ढाई लाख रूपये और हल्की चोट आई लोगों को एक लाख की सहायता का ऐलान किया गया है।
इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। लोकसभा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि "यह घटना एक बार फिर से सरकार की असंवेदनशीलता और रेलवे की विफलता को उजागर करती है।"