नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब यात्रियों के बीच प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह फैल गई। अचानक मची अफरा-तफरी के कारण बड़ी संख्या में यात्री स्टेशन पर एकत्रित हो गए और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

रेलवे ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रशासन से अधिक सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि रेलवे को भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए विशेष इंतजाम करने होंगे। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।

रेलवे प्रशासन ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी करने की योजना बनाई जा रही है।

रेलवे प्रशासन की जवाबदेही और विपक्ष का विरोध

भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस हादसे की गहन जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि केवल इस्तीफा मांगने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि रेलवे प्रशासन को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

वहीं, विपक्षी दलों ने इस हादसे को लेकर सरकार पर हमला बोला है। राजद प्रमुख लालू यादव ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की, जिस पर संजय जायसवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लालू यादव को पहले अपने शासन के दौर को याद करना चाहिए, जब बिहार में अपहरण और भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव का एकमात्र उद्देश्य भाजपा को सत्ता से दूर रखना है, जिसे वे पिछले 25 वर्षों से दोहरा रहे हैं और आगे भी ऐसा ही करेंगे।

रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

यह हादसा रेलवे प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करता है। पिछले कुछ महीनों में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने और अव्यवस्था की कई घटनाएं सामने आई हैं। इससे पहले प्रयागराज में भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, जब यात्रियों की भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नई रणनीतियों को अपनाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

रेलवे ने हादसे के बाद प्लेटफार्म पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए सख्त नियम लागू करने की बात कही है।

यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।