नई दिल्लीः नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मचने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें नौ महिलाएं, पांच बच्चे और चार पुरुष शामिल हैं। हादसे में 15 अन्य लोग घायल हुए हैं।
भगदड़ प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर शनिवार देर रात उस समय भगदड़ मच गई जब कथित तौर पर यात्रियों के बीच प्रयागराज जा रही दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह फैल गई। रेलवे ने तुरंत चार विशेष ट्रेनों की व्यवस्था कर प्लेटफॉर्म पर भीड़ का दबाव कम किया।
स्थिति नियंत्रण में, मुआवजे की घोषणा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। रेलवे ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वैष्णव ने 'एक्स' पर लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में है। अचानक हुई भीड़ को निकालने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।"
घायलों को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, मृतकों में सबसे बुजुर्ग 79 वर्षीय थे, जबकि सबसे कम उम्र की पीड़िता मात्र सात साल की बच्ची थी।
रविवार सुबह भारतीय रेलवे ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
कैसे मची भगदड़
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के देरी के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर भारी संख्या में यात्री जमा हो गए। वहीं, इस बीच अफवाह भी फैल गई कि ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदल दिया गया है जिसके बाद यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। लोग का बड़ा हुजूम प्लेटफॉर्म नंबर 16 की तरफ भागने लगा और कई लोग कुचल गए।
घटनास्थल से कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें यात्रियों की भारी भीड़ स्टेशन पर भागते हुए दिखाई दे रही है। कुछ यात्री अपने बच्चों को कंधों पर उठाए हुए हैं, तो कुछ अपने भारी सामान के साथ संघर्ष कर रहे हैं।
भगदड़ के बाद एंबुलेंस की सहायता से घायलों को अस्पताल ले जाया गया। एंबुलेंस चालक समर यादव ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "एंबुलेंस में तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। घायलों की हालत गंभीर थी, जिसमें एक युवती, एक युवक और एक बुजुर्ग थे। घायलों को लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।"
एक यात्री अमरिंदर कुमार ने बताया, "महाकुंभ में जाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनकी भीड़ लग गई। अधिक भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने बहुत प्रयास किया, जिसके बाद भीड़ हट गई।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में मारे जाने वालों के प्रति श्रद्धांजलि प्रगट की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से दुख पहुंचा है। मेरी सहानुभूति उनके साथ है जिन्होंने अपनों को खो दिया. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं. प्रशासन भगदड़ से प्रभावित होने वालों का पता लगा रहा है।"
जांच के आदेश
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार, आरपीएफ के महानिदेशक और संबंधित अधिकारियों के साथ स्थिति का आकलन करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे। रेलवे ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
रेलवे के अनुसार, स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और भीड़ कम हो गई है। रेलवे पुलिस और दिल्ली पुलिस घटनास्थल पर मौजूद हैं और घायलों को शीघ्र इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। रेलवे ने इस अप्रत्याशित भीड़ को संभालने के लिए चार विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की प्रक्रिया जारी है।
गौरतलब है कि प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। रेलवे काफी विशेष ट्रेनों का संचालन भी शुरू किया है, लेकिन भीड़ को देखते हुए वह भी नाकाफी साबित हो रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दुखद खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने एक्स पर हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण जान-माल के नुकसान और घायल होने की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।"
उपराज्यपाल ने बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात कर उन्हें स्थिति का समाधान करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव को डीडीएमए उपायों को लागू करने और राहत कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। सभी अस्पताल संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने लिखा, "मैंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को घटनास्थल पर रहने और राहत उपायों को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। मैं लगातार ऑपरेशन की निगरानी कर रहा हूं।"