लखनऊः लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला लखनऊ पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है। नेहा के खिलाफ शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पहलगाम हमले के बाद उनकी सोशल मीडिया पोस्ट देश की एकता को नुकसान पहुंचा सकती हैं। 

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह शिकायत हजरतगंज पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है। इस शिकायत में नेहा पर एक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाकर भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप लगाया गया है। 

शिकायत में क्या कहा गया?

शिकायतकर्ता अभय प्रताप सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बताया "ऐसी स्थिति में गायिका और कवयित्री नेहा सिंह राठौर अपने ट्विटर अकाउंट का इस्तेमाल करते हुए आपत्तिजनक पोस्ट कर रही हैं, जो राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं और धर्म के आधार पर एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ भड़काने का बार-बार प्रयास किया।"

पुलिस के मुताबिक नेहा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत कई आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। इसमें सांप्रदायिक दुश्मनी को बढ़ावा देने, सार्वजनिक शांति भंग करने और भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने का प्रयास करना शामिल है। इसके अलावा नेहा पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। 

हालांकि बीएनएस में स्पष्ट रूप से देशद्रोह का जिक्र नहीं है जैसा आईपीसी की धारा-124 ए में स्पष्ट था। बीएनएस में कुछ इसी तरह के चार्ज धारा 152 के अंतर्गत आते हैं। इसमें देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने को संदर्भित करती है। 

नेहा सिंह राठौर ने क्या कहा? 

इस संबंध में गायिका नेहा सिंह राठौर ने एक्स अकाउंट पर प्रतिक्रिया दी है। नेहा ने एक्स अकाउंट पर लिखा "लखनऊ में मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है...क्या कोई वकील मेरी मदद कर सकता है? मेरे पास वकील की फीस देने के लिए पैसे नहीं हैं। मेरे बैंक अकाउंट में सिर्फ 519 रुपये हैं जिसमें से 500 रुपये मैंने तबला वादक को दूंगी और कल एक और गाना रिकॉर्ड करूंगी।"

इसके अलावा एक अन्य पोस्ट में नेहा ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में ट्रोल करने वाले लोगों को जवाब दिया है। इसके साथ ही भाजपा आईटी सेल पर भी सवाल उठाया कि वह मुझे देशद्रोही कहते हैं क्योंकि मैं सरकार से सवाल पूछती हूं। इस संबंध में नेहा ने एक वीडियो जारी किया है और बताया है कि उनके परिवार के लोग भारतीय सेना में हैं। 

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं। इसमें सिंधु जल संधि की अस्थायी रूप से तत्काल प्रभाव से रोक लगाई गई है और पाकिस्तानी नागरिकों से देश छोड़ने की बात की गई थी।