रांची। नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम बुधवार झारखंड के हजारीबाग पहुंंची। यहां एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर, एक स्कूल के प्रिंसिपल और स्टेट बैंक के अधिकारियों से घंटों पूछताछ की। सीबीआई ने ब्लू डार्ट नामक कूरियर कंपनी के हजारीबाग स्थित लोकेशन का भी जायजा लिया है।
ओएसिस स्कूल पहुंची सीबीआई
गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में पटना से परीक्षा का एक अधजला प्रश्न पत्र बरामद हुआ था। इस प्रश्न पत्र के सीरियल नंबर की जांच से पता चला कि यह हजारीबाग के मंडई रोड में ओएसिस स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र का है। इसी स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक नीट यूजी परीक्षा के लिए एनटीए की ओर से सिटी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए थे।
स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
हक को शहर के चार परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र पहुंचवाने और नियमों के अनुसार परीक्षा संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। सीबीआई की टीम उनसे करीब दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। सीबीआई की टीम ने बुधवार को एसबीआई के हजारीबाग स्थित उस ब्रांच के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं, जहां प्रश्न पत्र रखे गए थे।
खबर लिखे जाने तक बैंक के अफसरों से भी पूछताछ की जा रही थी। इसके पहले बिहार ईओयू की जांच में यह बात सामने आई थी कि हजारीबाग में प्रश्न पत्र कूरियर कंपनी के एक रिमोट एरिया स्थित सेंटर पर पहुंचे थे और इसके बाद प्रश्न पत्रों के ट्रंक बैंक तक ई-रिक्शा से पहुंचाए गए थे। बैंक में भी प्रश्न पत्रों को रिसीव करने से लेकर उनके रखरखाव में लापरवाही की बात कही जा रही है।
रांची और देवघर जाएगी सीबीआई टीम
सूचना है कि सीबीआई की टीम जल्द ही रांची और देवघर भी पहुंच सकती है। ईओयू की जांच में यह बात सामने आई है कि प्रश्न पत्रों को सॉल्व करने वाला गैंग रांची से ही ऑपरेट किया जा रहा था। यहां मेडिकल पीजी के स्टूडेंट्स से प्रश्न पत्रों को हल करवाकर पटना भेजा गया था।
झारखंड से 6 गिरफ्तार किए गए थे
इस मामले में ईओयू ने झारखंड के देवघर शहर से छह युवकों को हिरासत में लिया था। बाद में इनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी युवक बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं, जो देवघर में मजदूर बनकर किराए के मकान में रह रहे थे। बिहार से 13 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
नीट मामले के तार महाराष्ट्र से भी जुड़े, दो शिक्षक गिरफ्तार
नीट पेपर लीक मामले में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र के कनेक्शन का पता चला है। नांदेड़ की एटीएस टीम ने संदेह के आधार पर लातूर से दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों शिक्षक संजय तुकाराम जाधव और जलील उमर खां पठान जिला स्कूल परिषद के शिक्षक हैं, जिन्हें पूछताछ के बाद रविवार को नोटिस देकर छोड़ दिया गया। इनको बीते शनिावार को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि पूछताछ के लिए उन्हें दोबारा अरेस्ट कर लिया गया।
एटीएस की टीम को इन दोनों शिक्षकों के मोबाइल फोन में नीट से जुड़े कई छात्रों के हाल टिकट मिले हैं। साथ ही कुछ ऐसे सबूत भी हाथ लगे हैं जिनसे पैसों का लेनदेन हुआ है। इन तथ्यों के चलते एटीएस की टीम ने शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन में दोनों संदिग्ध शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
गौरतलब है कि 5 मई को हुई नीट की परीक्षा में धांधली की बात सामने आई थी। 4 जून को आए इसके नतीजे के बीच पेपर लीक की खबरों ने तूल पकड़ लिया। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई और बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों से इसके तार जुड़े होने की बात सामने आई है। इसे मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
बिहार सरकार की आर्थिक अपराध इकाई ने अपनी जांच में साफ किया कि पेपर लीक हुआ है। ईओयू ने अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी है, जिसके बाद इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया।
–आईएएनएस इनपुट के साथ