NEET पेपर लीक केस के कथित मास्टमाइंड सिकंदर के लिए तेजस्वी के पीएस ने बुक कराया था कमरा! बिहार के डिप्टी सीएम का दावा

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि नीट पेपर लीक केस के कथित मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए कमरा तेजस्वी यादव के पीएस के कहने पर बुक किया गया था।

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In the NEET paper leak case, Vijay Sinha has leveled serious allegations against Tejashwi Yadav. (File photo)

NEET पेपर लीक केस में विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप लगा दिया है (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: नीट (NEET) पेपर लीक विवाद को लेकर बिहार में अब सियासत भी गर्मा गई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि इस स्कैंडल में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। विजय सिन्हा ने गुरुवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी (पीएस) प्रीतम कुमार ने नीट पेपर लीक के मास्टमाइंड कहे जा रहे सिकंदर के लिए कमरा बुक कराया था।

सिन्हा ने कहा, 'एक मई को तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार ने गेस्ट हाउस कर्मचारी प्रदीप कुमार को फोन कर सिकंदर कुमार यदवेंदु के लिए कमरा बुक कराने को कहा। इसके बाद चार मई को प्रीतम ने फिर से प्रदीप कुमार को फोन करके कमरा बुक करने को कहा....'मंत्री' शब्द तेजस्वी यादव के लिए इस्तेमाल किया गया था।'

सिन्हा ने आगे कहा, 'सिकंदर यदवेंदु असल में तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार का करीबी रिश्तेदार है। 4 मई को सिकंदर की बहन रीना यादव और बेटे अनुराग यादव के लिए NHAI गेस्ट हाउस में एक कमरा बुक किया गया था। NHAI गेस्ट हाउस की डायरी में एक फोन नंबर और 'मंत्री जी' का उल्लेख किया गया था। जांच एजेंसी इस 'मंत्री जी' की पहचान करने की कोशिश में जुटी हैं।'

विजय सिन्हा सड़क निर्माण मंत्री भी हैं। उन्होंने बताया कि एनएचएआई गेस्ट हाउस की बुकिंग की जांच का आदेश उन्होंने दिया था। उन्होंने कहा, 'मैं तेजस्वी यादव के इशारे पर काम करने वाले अधिकारियों या कर्मचारियों की पहचान करने के लिए अपने विभाग में गहन जांच कर रहा हूं। राजद की पूरी व्यवस्था अपराध और भ्रष्टाचार पर आधारित है।'

हालांकि, इस बीच NHAI ने स्पष्ट किया है कि वह पटना में कोई गेस्ट हाउस सुविधा संचालित नहीं करता है।

गौरतलब है कि आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने NEET-2024 के प्रश्न पत्र लीक के कई सबूतों का खुलासा किया है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आ रही है कि 5 मई को आयोजित इस परीक्षा का प्रश्नपत्र एक दिन पहले 4 मई को लीक हो गया था।

मामले में कथित मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु को गिरफ्तार कर लिया गया है। ईओयू का दावा है कि सिकंदर ने अपने एक रिश्तेदार के बेटे सहित कई अन्य अभ्यर्थियों को पहले से ही प्रश्न पत्र उपलब्ध करा दिया था। 5 मई को पुलिस ने रीना यादव को एनएचएआई गेस्ट हाउस से पकड़ा, जहां एक ओएमआर शीट भी मिली थी।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार गेस्ट हाउस के रजिस्टर में रीना के बेटे अनुराग का नाम 'मंत्री जी के साथ' लिखा हुआ मिला। समस्तीपुर का रहने वाला सिकंदर पहले रांची में एक कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम करता था और 2012 में जूनियर इंजीनियर बन गया। वह पहले 3 करोड़ रुपये के एलईडी घोटाले में भी फंसा था और जेल की सजा काट चुका है।

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