नई दिल्लीः भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। नड्डा ने बताया कि एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन होंगे, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "हमने एनडीए में शामिल सभी दलों के साथ चर्चा की और उनसे सुझाव भी मांगे गए। इसके बाद सभी ने एनडीए के प्रत्याशी के रूप में सीपी राधाकृष्णन के नाम को मंजूरी दी। वह वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और तमिलनाडु के रहने वाले हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर सीपी राधाकृष्णन को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से खुद को प्रतिष्ठित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और वंचितों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। प्रधानमंत्री ने उन्हें गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने पर खुशी व्यक्त की।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सीपी राधाकृष्णन के नाम का समर्थन किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "उपराष्ट्रपति के एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को हमारा पूर्ण समर्थन है। हम सड़क से लेकर सदन तक एनडीए के साथ हैं।"

शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने भी सीपी राधाकृष्णन को बधाई दी। उन्होंने उन्हें "एक बहुत अच्छी शख्सियत" और "गैर-विवादास्पद" व्यक्ति बताया।

सीपी राधाकृष्णन के बारे में

तमिलनाडु के तिरुप्पुर में 20 अक्टूबर 1957 को जन्मे चंद्रपुरमपोन्नुसामीराधाकृष्णन का एक लंबा और अनुभवी राजनीतिक सफर रहा है। वे 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। राधाकृष्णन को 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इससे पहले, उन्होंने लगभग डेढ़ साल तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया। इसके अलावा, वे तेलंगाना के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल चुके हैं।

20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे सीपी राधाकृष्णन ने 1974 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और भारतीय जनसंघ के राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने। 1996 में वह भाजपा तमिलनाडु के सचिव नियुक्त हुए। इसके बाद 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके अलावा, 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में भाषण दिया और ताइवान की पहली संसदीय यात्रा में भी शामिल हुए थे।

वह 2004 से 2007 तक भाजपा तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2020 से 2022 तक भाजपा केरल के अखिल भारतीय प्रभारी रहे। साथ ही 18 फरवरी 2023 को झारखंड के राज्यपाल नियुक्त किए गए थे।

भारत निर्वाचन आयोग ने 7 अगस्त को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की थी। अधिसूचना के अनुसार, नामांकन पत्र दाखिल करने और उम्मीदवारी वापस लेने की तारीखों का भी विवरण दिया गया है। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होगा।

समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ