दुमका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के दुमका में एक रैली को संबोधित करते हुए राज्य में कुछ स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टियों के दिन बदले जाने का मामला उठाया। साथ ही पीएम अपने भाषण में ‘लव जिहाद’ का भी जिक्र ले आए। उन्होंने चुनावी रैली में कहा, मेरे एक साथी बता रहे थे कि ‘लव जिहाद’ शब्द सबसे पहले झारखंड से आया। झारखंड के लोगों ने यह शब्द दिया है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे मेरे एक साथी बता रहे थे कि लव जिहाद शब्द पहली बार झारखंड में आया। झारखंड वालों ने ये शब्द दिया है। हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है। जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज हॉलीडे-पवित्र दिवस मनाता है, ये परंपरा तब से चली आ रही है। यह हिंदुओं से जुड़ा नहीं है, ईसाई समाज से जुड़ा है। 200-300 साल से यह चल रहा है। अब इन्होंने एक जिले में रविवार की छुट्टी पर ताले लगवा दिए, बोले शुक्रवार की छुट्टी होगी। अब ईसाइयों से भी झगड़ा। ये क्या चल रहा है?’
#WATCH दुमका, झारखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मुझे मेरे एक साथी बता रहे थे कि लव जिहाद शब्द पहली बार झारखंड में आया। झारखंड वालों ने ये शब्द दिया है। हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है। जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज छुट्टी(रविवार को) मनाता है, ये परंपरा… pic.twitter.com/e4G8ip1fXJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2024
क्या है पीएम मोदी के इन बयानों के पीछे की कहानी?
साल 2022 में झारखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए कहा कि स्कूलों में रविवार की छुट्टी ही मान्य होगी। झारखंड सरकार को ऐसा इसलिए कहना पड़ा क्योंकि इसके करीब दो साल पहले से राज्य सरकार के 43 स्कूलों ने खुद ही बिना किसी प्रक्रिया के रविवार की छुट्टी शुक्रवार के लिए शिफ्ट कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा करीब दो साल तक चलता रहा।
मामला उस समय खुला जब जामताड़ा जिला शिक्षा कार्यालय ने इस संबंध में जांच की। इसमें ये बात सामने आई कि जिले में कई अल्पसंख्यक समुदाय वाले इलाकों के स्कूलों में दो साल से ज्यादा समय से छुट्टियां रविवार की बजाय शुक्रवार को दी जा रही थीं। बात सामने आने के बाद इस पूरे मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई और भाजपा ने जमकर राज्य सरकार को घेरा।
दुमका से सांसद सुनील सोरेन ने इस मामले को जोरशोर से उठाया और केंद्र से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। वहीं, जामताड़ा से विधायक कांग्रेस के इरफान अंसारी ने इस मुद्दे को गैरजरूरी बताते हुए इस बात से इनकार किया कि इसका कोई सांप्रदायिक रंग है। उन्होंने आरोप लगाया कि दुमका के सांसद इसे सांप्रदायिक मामला बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अंसारी ने कहा कि उन जगहों पर जहां मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा हैं, वहां रविवार की बजाय शुक्रवार को छुट्टी देने में कुछ गलत नहीं है।