नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी ने रविवार लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयत की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री के साथ भाजपा के कई नेता और एनडीए से सहयोगी दलों के कई सांसदों ने भी मंत्री के रूप में शपथ लिया।
शपथ ग्रहण से पहले पीएम मोदी ने अपने आवास पर चुनिंदा सांसदों के लिए टी पार्टी रखी थी। उनके तीसरे कार्यकाल में कई नए चेहरों को मौका मिला है। क्योंकि लोकसभा 2024 में बहुमत नहीं मिलने पर भाजपा ने एनडीए के घटक दलों के सहयोग से सरकार बनाया है। जिसमें चंद्रबाबू नायडू की तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) और नीतीश कुमार की जदयू मुख्य भूमिका में हैं।
दोनों पार्टियों के पास कुल 28 सांसद हैं। टीडीपी के दो सांसदों- श्रीकाकुलम सीट से सांसद राम मोहन नायडू (कैबिनेट मंत्री) और गुंटूर से सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी (राज्यमंत्री) ने शपथ लिया है। भाजपा और एनडीए के अन्य सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 71 सांसदों ने मंत्री के रूप में शपथ ली है।
किस पार्टी के किन सांसदों ने ली मंत्री पद की शपथ
1. राजनाथ सिंह (भाजपा): भाजपा नेता और पूर्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें जीत हासिल हुआ है। उन्होंने सपा के रविदास मेहरोत्रा को हराया है और उन्हें 135159 सीटों से जीत हासिल हुई है। इससे पहले की सरकार में वे रक्षा मंत्री थे। वे 2014 से इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और लगातार जीत हासिल करते आ रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उनकी राजनीतिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता के लिए व्यापक रूप से सम्मानित हैं।
2. अमित शाह (भाजपा): पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख नेता हैं। उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव में गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ा था और करीब 7.44 लाख वोटों से जीत हासिल किया है। वे भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। भाजपा के अध्यक्ष के रूप में पार्टी को कई चुनावी सफलताएं दिलाई हैं। अमित शाह को उनकी संगठनात्मक क्षमताओं और रणनीतिक कौशल के लिए जाना जाता है। अमित शाह 2017 से 2019 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे। वे गांधीनगर से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं।
3. नितिन गडकरी (भाजपा): केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी महाराष्ट्र के नागपुर सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे को 1,37,603 वोटों से हराया है। पिछली सरकार में नितिन गडकरी केंद्र सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री थे। वे महाराष्ट्र सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं और लोक निर्माण विभाग का पद संभाल चुके हैं। नितिन गडकरी साल 2009 से लेकर 2013 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। माना जाता है कि आरएसएस में उनकी अच्छी पकड़ है। गडकरी नागपुर से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। ये भाजपा के अध्यक्ष पद पर भी रहे हैं। उन्हें हाईवे मंत्री के रूप में भी जाना जाता है।
4. किंजरापु राम मोहन नायडू (टीडीपी): किंजरापु राम मोहन नायडू श्रीकाकुलम निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार सांसद चुने गये हैं। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार चंद्रशेखर गुंटूर से पहली बार चुने गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत के. येरन नायडू के बेटे राम मोहन नायडू ने हाल ही में संपन्न चुनावों में श्रीकाकुलम निर्वाचन क्षेत्र से हैट्रिक बनाई। 37 वर्षीय नायडू टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। उन्हें पार्टी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के प्रमुख वफादारों में से एक माना जाता है, जो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।
5. पेम्मासानी चंद्रशेखर (टीडीपी): पार्टी के सबसे अमीर नेता चंद्रशेखर को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। पार्टी नेता और गुंटूर के पूर्व सांसद गल्ला जयदेव ने एक्स पर एक पोस्ट में चंद्रशेखर को राज्य मंत्री बनाए जाने की सूचना पहले दे दी थी। चंद्रशेखर इस बार देश के सबसे अमीर लोकसभा उम्मीदवार थे, जिनकी घोषित पारिवारिक संपत्ति 5,705 करोड़ रुपये से अधिक है। एनआरआई मेडिकल प्रोफेशनल, ‘यूवर्ल्ड’ के संस्थापक और सीईओ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के किलारी वेंकट रोसैया को 3.4 लाख से अधिक मतों से हराकर जीत दर्ज की। गुंटूर जिले के बुर्रीपालेम गांव के रहने वाले चंद्रशेखर ने 1999 में हैदराबाद के उस्मानिया मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया। बाद में, वह अमेरिका चले गए और वहां स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की।
6. जीतनराम मांझी (हम): जीतनराम मांझी भारतीय राजनीतिज्ञ और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक हैं। वे इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और दलित समुदाय के महत्वपूर्ण नेता माने जाते हैं। बिहार के गया लोकसभा सीट से मांझी ने चुनाव लड़ा था और उन्होंने एक लाख से भी ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। इस चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार कुमार सर्वजीत दूसरे नंबर पर थे। 2019 लोकसभा चुनाव में गया सीट पर विजय मांझी ने चुनाव जीता था।
7. चिराग पासवान (लोजपा, रामविलास): चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख हैं। वे बिहार के हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद हैं और दिवंगत नेता रामविलास पासवान के पुत्र हैं। इस चुनाव में चिराग ने 1,70,105 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है जबकि आरजेडी के शिवचंद्र राम दूसरे नंबर पर रहे हैं।
8. गजेंद्र सिंह शेखावत (भाजपा): जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को तीसरी बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। शेखावत ने मंत्री बनाये जाने पर प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीसरी बार अपनी टीम में शामिल कर उन्हें देश सेवा का मौका दिया है। उन्होंने कहा, “देश को विकसित बनाने का प्रधानमंत्री का संकल्प और जिन मुद्दों को लेकर हम चुनाव में जनता के बीच गये थे, उन्हें पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ पूरा किया जाएगा।” शेखावत ने जोधपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया और पार्टी कार्यकर्ताओं तथा शहर के लोगों को उन्हें विजयी बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
9. एच डी कुमारस्वामी (जनता दल (सेकुलर)): एच डी कुमारस्वामी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जो जनता दल (सेकुलर) के सदस्य हैं। उन्हें विवादों और संघर्षों से भरी राजनीति में अपनी पहचान है।
10. जयंत चौधरी (रालोद): जयंत चौधरी भारतीय राजनीतिज्ञ और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख हैं। वे चौधरी अजित सिंह के पुत्र हैं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों और जाट समुदाय के अधिकारों की पैरवी करने के लिए जाने जाते हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में रालोद ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था और उन्हें दोनों सीटों पर जीत हासिल हुई है।
11. रामनाथ ठाकुर (जदयू): रामनाथ ठाकुर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रमुख नेता हैं। वे राज्य सभा सांसद हैं और बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा भी हैं। वे कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं जिन्हें केंद्र सरकार ने इस साल भारत रत्न से सम्मानित भी किया है। वे इससे पहले बिहार विधान परिषद के भी सदस्य रह चुके हैं और लालू प्रसाद की सरकार में गन्ना उद्योग मंत्री भी रहे चुके हैं।
12. अजय टम्टा (भाजपा): उत्तराखंड के अल्मोड़ा से चौथी बार चुनाव जीतने वाले अजय टम्टा को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। चम्टा ने मंत्री रविवार मंत्री पद की शपथ ली। अजय टम्टा ने कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा को चुनाव हराकर जीत दर्ज की है। अजय टम्टा ने 23 साल की उम्र में राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने नौ बार चुनाव लड़ा और छह बार जीत दर्ज की। अजय टम्टा अल्मोड़ा सीट से हैट्रिक लगाने वाले और चौथी बार चुनाव जीतने वाले नेता हैं। 2014 में भी उन्हें मोदी कैबिनेट में कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।
13. जेपी नड्डा (भाजपा): जेपी नड्डा 2019 से भाजपा अध्यक्ष हैं। वे 2014 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी रहे हैं। जब 2014 में पहली बार मोदी सरकार बनी थी तब वे स्वास्थ्य मंत्री भी थे। वे हिमाचल सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
14. शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश की विदिशा से लोकसभा सीट से शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव जीता है। वे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम भी रह चुके हैं।
15. निर्मला सीतारामन: निर्मला सीतारमण ने लगातार तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली। वह देश की पहली महिला पूर्णकालिक वित्तमंत्री हैं।
16. एस जयशंकर: भाजपा नेता एस जयशंकर पिछली सरकार में भारत के विदेश मंत्री थे। वे जब विदेश सचिव के पद से रिटायर हुए थे तो फिर वे विदेश मंत्री बने थे। वे दो बार राज्यसभा सांसद भी चुने गए हैं।
17. मनोहर लाल खट्टर: मनोहर लाल खट्टर पहली बार सांसद और केंद्र में मंत्री बने हैं। इससे पहले वे नौ बार हरियाणा के सीएम रह चुके हैं। वे हरियाणा की करनाल से पहली बार सांसद चुने गए थे।
18. पीयूष गोयल: पीयूष गोयल पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं। इससे पहले वे राज्यसभा के सदस्य थे।
19. धर्मेंद्र प्रधान: धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के संबलपुर से चुनाव जीता है। वे पिछली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
20. प्रहलाद जोशी: भाजपा नेता ने कर्नाटक के धारवाड़ से पांचवीं बार चुनाव जीता है। ये पिछले सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
21. गिरिराज सिंह: गिरिराज सिंह बिहार के बेगुसराय सीट से लगातार तीसरे बार चुनाव जीते हैं। ये पिछले सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
22. अश्विनी वैष्णव: आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में शामिल होने वाले अश्विनी वैष्णव पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
23. ज्योतिरादित्य सिंधिया: कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। वे पांचवी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं।
24. किरेन रिजिजू: किरेन रिजिजू ने अरुणाचल वेस्ट सीट से लोकसभा चुनाव जीता है। वे नॉर्थ ईस्ट में भाजपा के बड़े नेताओं में से एक हैं।
25. हरदीप सिंह पुरी: आईएफएस से रिटायर होने के बाद हरदीप सिंह पुरी ने राजनीति में एंट्री ली थी। वे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं।
26. मनसुख मांडविया: मनसुख मांडविया ने गुजरात के पोरबंदर से पहली बार लोकसभा चुनाव जीता है। इससे पहले वाली सरकार में वे स्वास्थ्य मंत्री थे।
27. नित्यानंद राय
28. जितिन प्रसाद
29. भूपेंद्र यादव
30. अन्नपूर्णा देवी
31. मुरलीधर मोहोल
32. जुएल ओराम
33. सर्वानंद सोनोवाल
34. जी किशन रेड्डी
35. निमूबेन बांभनिया
36. सीआर पाटिल
37. राव इंद्रजीत सिंह
38. डॉ. जीतेंद्र सिंह
39. अर्जुन राम मेघवाल
40. ललन सिंह
41. श्रीपद नायक
42. पंकज चौधरी
43. कृष्णपाल गुर्जर
44. रामदास अठावले
45. अनुप्रिया पटेल
46. वी सोमन्ना
47. भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा
48. एसपी सिंह बघेल
49. शोभा करंदलाजे
50. शांतनु ठाकुर
51. सुरेश गोपी
52. एल मुरुगन
53. बंदी संजय कुमार
54. कमलेश पासवान
55. भागीरथ चौधरी
56. सतीश दुबे
57. संजय सेठ
58. रवनीत सिंह बिट्टू
59. दुर्गादास उइके
60. रक्षा खड़से
61. सुकांत मजूमदार
62. सावित्री ठाकुर
63. तोखन साहू
64. हर्ष मल्होत्रा
65. प्रताप राव जाधव
66. जॉर्ज कुरियन
67. वीरेंद्र खटीक
68. कीर्तिवर्धन सिंह
69. बीएल वर्मा
70 .राजभूषण निषाद
71. पबित्रा मार्गरिटा