मुंबईः महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के इस्तीफे की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। कई मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की हार के बाद नाना पटोले ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कांग्रेस ने इसका खंडन किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इन खबरों को “झूठा और दुर्भावनापूर्ण” बताते हुए कहा कि ऐसी अफवाहें पार्टी की छवि को खराब करने के लिए फैलाई जा रही हैं। कमेटी ने स्पष्ट किया कि नाना पटोले ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
पूर्व सांसद पटोले ने 2021 में बालासाहेब थोराट के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला था। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया था और 17 में से 13 सीटों पर जीत हासिल की थी।
रविवार को पटोले ने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणापत्र और प्रचार में किए गए वादों को पूरा करे। खासतौर पर मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के मासिक भत्ते को ₹1,500 से बढ़ाकर ₹2,100 करने की मांग पर जोर दिया।
कांग्रेस को 103 में से सिर्फ 16 सीटों पर मिली जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने जबरदस्त जीत हासिल की है। 288 सीटों में से 230 पर कब्जा जमाया है। इसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसने 132 सीटें जीतीं। इसके बाद शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 41 सीटें मिली हैं।
इसके विपरीत, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को भारी हार का सामना करना पड़ा। गठबंधन की तीनों पार्टियां मिलकर केवल 46 सीटें जीत सकीं। कांग्रेस पार्टी ने राज्य में 103 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे सिर्फ 16 सीटें मिली। वहीं शिवसेना (यूबीटी) को 20 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) को 10 सीटें मिलीं।
नाना पटोले ने भंडारा जिले के सकोली विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की, लेकिन यह जीत बेहद कठिन थी। उन्होंने महज 208 वोटों के अंतर से चुनाव जीता, जो इस बार के विधानसभा चुनावों की सबसे कम मार्जिन वाली जीतों में से एक थी। यह नतीजे 2019 विधानसभा चुनावों के बिल्कुल उलट हैं, जब नाना पटोले ने साकोली में लगभग 8,000 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।
चुनाव परिणाम घोषित होने से दो दिन पहले पटोले ने यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया था कि कांग्रेस अगली महाविकास अघाड़ी सरकार का नेतृत्व करेगी। लेकिन विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के सामने इस्तीफे की पेशकश की है।
चुनावी नतीजों पर नाना पटोले ने क्या कहा?
चुनाव परिणामों को लेकर नाना पटोले ने कहा कि यह नतीजे न सिर्फ एमवीए बल्कि महाराष्ट्र के लोगों के लिए भी अप्रत्याशित थे। उन्होंने कहा, “लोग अब भी हैरान हैं कि महायुति इतनी बड़ी जीत कैसे दर्ज कर पाई। यह समझने की जरूरत है कि यह सब कैसे हुआ। हम ईवीएम पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन कांग्रेस इसे गंभीरता से लेकर जरूरी कदम उठाएगी।” पटोले ने आगे कहा कि कांग्रेस अब जनता के मुद्दों पर अधिक मजबूती से काम करेगी और विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका को पूरी जिम्मेदारी से निभाएगी।