नई दिल्लीः केरल के तट पर मानसून की दस्तक हो चुकी है। वहीं, मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से अधिक बारिश की संभावना व्यक्त की है। IMD ने मौसम का पूर्वानुमान लगाते हुए कहा है कि इस साल जून से सितंबर के लंबे समयांतराल में 106 प्रतिश बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
इससे पहले मौसम विभाग ने इस साल 105 प्रतिशत बारिश की संभावना व्यक्त की थी जो इसके करीब है। यह बारिश "सामान्य से ऊपर" श्रेणी में दिखाई गई है।
किस क्षेत्र में कितनी बारिश?
इसके अलावा मौसम विभाग ने और जानकारी भी शेयर की है कि किस क्षेत्र में कितनी वर्षा होगी। भारत के केंद्रीय और तटीय इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। वहीं, उत्तर पश्चिम में सामान्य बारिश की उम्मीद है। हालांकि इस बार पूर्वोत्तर भारत में इस बार सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने मानसून कोर जोन के लिए ज्यादा बारिश की उम्मीद जताई है। इन क्षेत्रों में कृषि मौसमी बारिश पर ही निर्भर होती है। ऐसे में इस बार का मानसून कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए फायदेमंद रहने वाला है।
गौरतलब है कि भारतीय वार्षिक बारिश का 70 प्रतिशत हिस्सा मानसून से प्राप्त होता है। देश की कृषि का अधिकतर भाग वर्षा पर ही निर्भर है। ऐसे में से अच्छे संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
आमतौर पर भारत में मानसून एक जून के आसपास आता है लेकिन इस बार केरल के तट पर मानसून 24 जून को दस्तक दे चुका है। ऐसे में सभी जगहों पर मानसून ज्यादा दिनों के लिए रहेगा और जल्दी पहुंचेगा। यह मानसून 16 साल बाद इतनी जल्दी आया है। इससे पहले साल 2009 में मानसून 23 मई को आया था।
दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश
मानसून के आने के बाद से दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। इसमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बारिश देखी गई। भारी बारिश की वजह से आर्थिक राजधानी मुंबई पूरी तरह से जलमग्न हो गई है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी भारी बारिश देखी जा रही है। भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने मुंबई समेत कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मुंबई में भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्तव्यस्त है। इसकी वजह से सड़कों पर पानी है और जाम की समस्या देखी जा रही है। वहीं, पानी अस्पतालों के भीतर पहुंच गया है जिससे मरीजों और तीमारदारों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा स्थानीय रेलवे ट्रैक पर पानी की समस्या के चलते रेल सेवाएं भी बाधित हुई हैं।
मुंबई में भी आमतौर पर मानसून की दस्तक जून के पहले हफ्ते में होती है लेकिन इस बार मानसून ने जल्दी दस्तक दे दी है।
मानसून के दक्षिणी तट पर आने से उत्तर भारत के भी कई इलाकों में हल्की बारिश देखी गई है जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर में तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।