लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र के 9वें दिन एक वाकया सामने आया है, जिसने ना सिर्फ सदन की गरिमा और स्वच्छता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले एक विधायक ने पान मसाला खाकर सदन के हॉल में थूक दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और इसे अनुशासनहीनता करार दिया।

मंगलवार को सत्र की शुरुआत हुई और विधानसभा अध्‍यक्ष सतीश महाना आकर अपने आसन पर बैठे। आसन पर बैठते ही उन्‍होंने कहा, 'आज सुबह मुझे सूचना मिली कि हमारे किसी माननीय सदस्‍य ने विधानसभा के हॉल में पान मसाला खाकर वहीं अपनी सेवाएं दे दी। यह सुनकर मैं यहां आया था और साफ-सफाई करवाई थी। मैंने वीडियो में उस माननीय सदस्‍य को देख भी लिया है, लेकिन मैं किसी को अपमानित नहीं करना चाहता इसलिए मैं उनका नाम नहीं ले रहा हूं'

क्या बोले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना?

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आगे कहा, "मेरी बात को समझिए, ये हम सबकी विधानसभा है। ये सिर्फ एक अध्यक्ष की विधानसभा नहीं है। ये 403 सदस्यों की बराबर की जिम्मेदारी है और उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की विधानसभा है। इसको साफ-सुथरा रखना हमारी जिम्मेदारी है और हम उसको करें ये हम सबकी जिम्मेदारी है। मैं किसी का भी नाम नहीं लूंगा, लेकिन जिसने भी ये किया है वो स्वयं आकर मुझे कह देंगे कि उन्होंने किया है। वो अपने आप आएंगे तो ठीक है, नहीं तो मैं बुलवा लूंगा।"

विधानसभा सत्र के दौरान सपा विधायकों ने किया था वॉक-आउट

बता दें कि इससे पहले सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान सदन में काफी गहमागहमी देखने को मिली। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने विश्वविद्यालयों में कार्य परिषद के चुनाव नहीं कराए जाने तथा कुलपतियों की नियुक्तियों में पीडीए वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के विरोध में सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉक-आउट कर दिया। इससे पूर्व सपा की सदस्य डॉ रागिनी सोनकर ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर अपने सवाल का सही जवाब नहीं देने पर पूरे प्रश्न काल के लिए सदन से वाकआउट किया। सपा सदस्यों ने बजट पर चर्चा नहीं कराए जाने के विरोध में वेल में आकर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।