मऊगंजः मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में पुलिस टीम पर हमला हुआ है। शनिवार देर रात हुए इस हमले में एक एएसआई की मौत हो गई, जबकि कई अधिकारी घायल हो गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना को “अमानवीय” और “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया हुए शोक व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मामला रमनगरी पंचायत के गदरा गांव का है। जानकारी के अनुसार, गदरा गांव में दो पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद के कारण एक युवक को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी। शनिवार को दोनों पक्षों के आमने-सामने आने के बाद इस विवाद ने उस समय और तूल पकड़ लिया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने अचानक पुलिस टीम पर हमला बोल दिया।
इस दौरान ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया, जिसमें एएसआई रामगोविंद गौतम की मौत हो गई है। इसके अलावा थाना प्रभारी शाहपुर संदीप भारती, तहसीलदार पानिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीएम मोहन यादव ने शोक व्यक्त करते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, “गदरा गांव (थाना शाहपुर, मऊगंज) में दो गुटों के बीच विवाद की सूचना पर पहुंचे पुलिस दल व राजस्व अमले पर हमला हुआ, जिसमें एएसआई रामचरण गौतम की जान चली गई। मेरी गहन संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं।”
मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमारी पुलिस के एक एएसआई श्री रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में दुःखद मृत्यु हुई है। मेरी गहरी शोक संवेदनाएं…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 16, 2025
मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू की गई है। डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर चुके हैं। एडीजी रीवा ज़ोन और पुलिस महानिदेशक को भी मौके पर पहुंचने और स्थिति की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “जो अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उन्हें इलाज के लिए रीवा अस्पताल भेजा गया है। इस अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
उधर, डीजीपी एमपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि "मऊगंज में कर्तव्य पालन के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक घटना में एएसआई एसएएफ रामगोविन्द गौतम का आकस्मिक निधन हो गया। विनम्र श्रद्धांजलि ॐ शांति।"
शख्स को बनाया था बंधक, पुलिस पहुंची तो हुआ पथराव
रीवा के एसपी विवेक सिंह ने बताया कि मऊगंज के शाहपुर थाना में एक विवाद के बाद कुछ लोगों को बंधक बनाया गया था। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उन पर पथराव कर दिया गया। इस घटना में एक एएसआई की मौत हो गई है। इसके अलावा एक एएसआई, तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों को अस्पताल में इलाज चल रहा है। मौके पर स्थिति नियंत्रण में है और अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
घटना के चश्मदीद और तहसीलदार के ड्राइवर दिनेश गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि एक विवाद के बाद ग्रामीणों ने किसी शख्स को बंधक बनाया था। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार पुलिस टीम के साथ मौके पर गए थे। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए और उन्होंने लाठी-डंडों से हमला किया। किसी तरह से हम जान बचाकर भागे हैं, लेकिन तहसीलदार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
फिलहाल घटनास्थल पर तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही इस घटना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं और आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ