नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए कांग्रेस की जल्द से जल्द जगह मुहैया कराने की मांग के बीच पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। शर्मिष्ठा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके पिता के निधन के बाद कांग्रेस ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की शोक बैठक तक आयोजित नहीं की थी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन 31 अगस्त 2020 को हुआ था। उस समय भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का दौर चल रहा था।
शर्मिष्ठा मुखर्जी का बड़ा बयान
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “जब बाबा (प्रणब मुखर्जी) का निधन हुआ, तो कांग्रेस नेकांग्रेस वर्किंग कमेटी की शोकसभा तक आयोजित नहीं की। एक वरिष्ठ नेता ने मुझे बताया कि ऐसा परंपरा में नहीं है क्योंकि वह राष्ट्रपति थे। लेकिन यह पूरी तरह गलत है।” शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आगे लिखा कि मैंने बाबा की डायरियों से जाना कि जब केआर नारायणन का निधन हुआ था, तब CWC की बैठक बुलाई गई थी और शोक संदेश खुद बाबा ने तैयार किया था।
हालांकि, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक स्थल की मांग पर कांग्रेस का समर्थन किया है। मनमोहन सिंह का गुरुवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। शर्मिष्ठा ने लिखा, “डॉ. सिंह के लिए स्मारक का विचार शानदार है। वह इसके हकदार हैं, और साथ ही भारत रत्न के भी, जिसे बाबा राष्ट्रपति रहते हुए उन्हें प्रदान करना चाहते थे। लेकिन शायद कुछ कारणों से यह संभव नहीं हो पाया, जिसे स्पष्ट करने की आवश्यकता नहीं है।”
When baba passed away, Congress didnt even bother 2 call CWC 4 condolence meeting. A senior leader told me it’s not done 4 Presidents. Thats utter rubbish as I learned later from baba’s diaries that on KR Narayanan’s death, CWC was called & condolence msg was drafted by baba only https://t.co/nbYCF7NsMB
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) December 27, 2024
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक स्थल की मांग को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी लिखी। खड़गे ने कहा कि मनमोहन सिंह के कद और उनके योगदान को देखते हुए उनका अंतिम संस्कार ऐसी जगह पर किया जाए, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।
स्मारक स्थल की मांग पर गृह मंत्रालय ने क्या कहा?
निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार केंद्र पर सिख प्रधानमंत्री के अपमान का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर स्मारक स्थल निर्धारित नहीं किया। हालांकि, गृह मंत्रालय ने रात में बयान जारी कर कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित किया जाएगा और इस संबंध में परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष को सूचित कर दिया गया है। गृह मंत्रालय के अनुसार, “स्मारक के लिए एक ट्रस्ट का गठन करना होगा और उसके बाद स्थान आवंटित होगा। इस बीच, अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं आयोजित की जा सकती हैं।”
दुख की घड़ी में राजनीति ना करे कांग्रेसः भाजपा
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर गरमाई सियासत के बीच बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार पूर्व प्रधानमंत्री को उनके योगदान के लिए उचित सम्मान देने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
त्रिवेदी ने कहा, “कल कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मनमोहन सिंह की स्मृति में एक स्मारक और समाधि का निर्माण किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। ज़मीन के अधिग्रहण, ट्रस्ट के गठन और ज़मीन हस्तांतरण जैसी औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।”
सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस ने कभी भी मनमोहन सिंह का सही मायने में सम्मान नहीं किया। कम से कम ऐसे दुःखद समय में राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमारी सरकार ने हमेशा सभी नेताओं को दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सम्मान दिया है।”
गुरुवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में मनमोहन सिंह का निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर उनके दिल्ली स्थित आवास ‘3, मोतीलाल नेहरू मार्ग’ पर रखा गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके निधन के बाद भारत सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। गौरतलब है कि मनमोहन सिंह 22 मई 2004 को भारत के 13वें प्रधानमंत्री बने थे और लगातार 10 साल तक इस पद पर रहते हुए देश की आर्थिक प्रगति की नींव मजबूत की।