नई दिल्ली: मणिपुर में सुरक्षा बलों ने बीते दो दिनों में 11 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें कुकी नेशनल आर्मी के सात संदिग्ध कार्यकर्ता और कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (KCP) के चार सक्रिय सदस्य शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, इन गिरफ्तारियों के दौरान अत्याधुनिक हथियार, जिंदा गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और अन्य संदिग्ध सामग्री भी बरामद की गई है।
केएनए उग्रवादियों की गिरफ्तारी और एसओओ समझौता
14 फरवरी, 2025 को चुराचांदपुर जिले के पुराने खाउकुअल इलाके में विशेष अभियान चलाकर केएनए के सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से विभिन्न प्रकार के हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं। कुकी नेशनल आर्मी 2008 में यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (UPF) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन के साथ ऑपरेशन निलंबन (SOO) समझौते का हस्ताक्षरकर्ता रहा है।
यह त्रिपक्षीय समझौता केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार और 24 उग्रवादी समूहों के बीच किया गया था, जिसके तहत उग्रवादियों को हिंसा छोड़ने और सरकार के साथ शांति वार्ता में शामिल होने की शर्त दी गई थी। हालांकि, मणिपुर सरकार ने मार्च 2023 में इस समझौते से अलग होने का फैसला किया, जिससे कई उग्रवादी समूहों की गतिविधियां फिर से बढ़ने लगीं। सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई इन्हीं संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के लिए की गई है।
कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी के चार उग्रवादी गिरफ्तार
15 फरवरी को इंफाल पूर्वी जिले के हुइकाप गांव में एक अन्य अभियान चलाकर कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, इन उग्रवादियों के पास से दो एके-47 राइफलें, पिस्तौल, भारी मात्रा में जिंदा गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और प्रतिबंधित संगठन की प्रचार सामग्री बरामद की गई है। कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी मणिपुर में अलगाववादी गतिविधियों में संलिप्त रही है और इसे प्रतिबंधित संगठनों की सूची में रखा गया है।
सुरक्षा बलों की सख्त कार्रवाई जारी
मणिपुर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां राज्य में शांति बहाल करने के लिए लगातार उग्रवादी संगठनों के खिलाफ अभियान चला रही हैं। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों से पूछताछ जारी है और उनके अन्य साथियों की तलाश भी की जा रही है।
सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई को राज्य में उग्रवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह के और अभियान चलाए जाएंगे ताकि राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखी जा सके।