इंफालः मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने गवर्नर हाउस में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपा। वह राज्य में बीजेपी सरकार का नेतृत्व कर रहे थे। राज्य में बीते कई महीनों से दो समुदायों के बीच संघर्ष जारी है। इसी बीच एन बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बीते दिन यानी कल बीरेन सिंह ने पार्टी के विधायकों से साथ बैठक की थी।

इस बैठक में कुछ विधायक कथित रूप से उपस्थित नहीं हुए थे। विधायकों के साथ बैठक के बाद वह दिल्ली आए थे। सिंह चार आला अधिकारियों के साथ दिल्ली के लिए चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली रवाना हुए थे। 

मणिपुर विधानसभा सत्र 10 फरवरी को शुरू होने वाला था। इससे पहले सिंह ने बीते बुधवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी। इसके बाद वह प्रयागराज कुंभ होकर मणिपुर वापस चले गए थे। 

मणिपुर राज्य में हिंसा 

मणिपुर राज्य में लगातार दो समुदायों के बीच संघर्ष जारी है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा मई 2023 में शुरू हुई थी। तब से दोनों समुदायों के बीच हिंसा कई बार भड़क चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक इस हिंसा में कम से कम 250 लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। 

बीते नवंबर को राज्य में सुरक्षाबलों और कुकी समुदाय के साथ हुई मुठभेड़ में कुकी समुदाय के 10 लोग मारे गए थे। यह मुठभेड़ जिरिबाम जिले में हुई थी। इस मुठभेड़ के बाद राज्य में एक बार फिर तनावपूर्ण माहौल हो गया था। इस घटना के बाद केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षाबलों की कई अतिरिक्त टीमों की तैनाती भी की गई थी। 

बीरेन सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसी चर्चा थी कि विधानसभा सत्र के दौरान बीरेन सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। इन रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा था कि अविश्वास प्रस्ताव भारतीय जनता पार्टी के विधायक ही लाने वाले थे। इन सब चर्चाओं के बीच बीरेन सिंह ने रविवार को अमित शाह के आवास पर दिल्ली में मुलाकात की थी और इंफाल पहुंचकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया।