इंफालः मैतेई समुदाय के प्रतिबंधित गुट कांगलेई यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां राजधानी इंफाल से 45 किमी दूर बिशुपुर जिले से हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, मणिपुर पुलिस और केंद्रीय बलों द्वारा चलाए गए अभियान में इन लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
इस समूह के विद्रोहियों को मोइरांग जिले की सबसे बड़ी झील लोकटक के पास सक्रिय पाया गया। जिस इलाके में इन विद्रोहियों की सक्रियता देखी गई, वह आवासीय इलाका है।
मणिपुर में लागू है राष्ट्रपति शासन
एनडीटीवी ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों को इंफाल के पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए ले जाया गया है। गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।
राज्य में मई 2023 से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच संघर्ष जारी है। दोनों समुदायों के बीच संघर्ष के मुख्य कारण जमीन के अधिकार और राजनीतिक रूप से प्रतिनिधित्व जैसे विषय हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस संघर्ष में अब तक करीब 250 लोग मारे गए हैं और हजारों लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। इस दौरान कई बार हिंसक घटनाएं हुई हैं जिसमें लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
केंद्रीय बलों की तैनाती
जारी संघर्ष को रोकने के लिए राज्य पुलिस बल के साथ केंद्रीय बलों की भी तैनाती यहां पर है। केंद्रीय बलों के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों ही समुदायों के विद्रोही हिंसा में शामिल हैं। इससे पहले भी बीते एक साल में केंद्रीय बलों और पुलिस द्वारा बहुत से विद्रोहियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
बीते सप्ताह कुकी नेशनल आर्मी के सात संदिग्ध उग्रवादियों और मैतेई समुदाय की कांगलेपाइक कम्युनिस्ट पार्टी के चार सदस्यों को गिरफ्तारी की गई थी।राज्य में सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है और हथियारबंद लोगों को निशस्त्र करने के लिए काम कर रहे हैं।