कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है। ममता ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों पर यूपी के सीएम योगी पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कुंभ को "मृत्यु कुंभ" कहा है। ममता ने आरोप लगाया है कि जहां वीआईपी लोगों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं तो वहीं गरीब लोगों को जरूरी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। 

उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है और उस पर " धर्म के नाम पर देश को बांटने " का आरोप लगाया है। इसके साथ प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में खराब व्यवस्था का भी आरोप लगाया है। 

विधानसभा में दिया बयान

ममता ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान बोलते हुए कहा " यह मृत्यु कुंभ है। मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं और मां गंगा का सम्मान करती हूं। लेकिन वहां पर कोई व्यवस्था नहीं है। कितने लोगों को बचाया गया था? अमीर और वीआईपी लोगों के लिए एक लाख रूपये में कैंप में रहने की व्यवस्था है। लेकिन गरीब लोगों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है। "

ममता ने यह भी कहा कि भगदड़ जैसी परिस्थितियां "मेलों में सामान्य" हैं। उन्होंने उचित व्यवस्था पर जोर दिया और सवाल पूछा " आपने इतने गंभीर इवेंट को इतना बढ़ा-चढ़ाकर क्यों पेश किया? ऐसी जगहों पर उचित व्यवस्था होनी चाहिए। घटना के बाद कुंभ में कितने आयोग भेजे गए हैं?"

बनर्जी ने आगे कहा कि शवों को (कुंभ से) पश्चिम बंगाल बिना पोस्टमार्टम के भेजा गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि " वे ऐसा दावा करेंगे कि लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई है और मुआवजा देने से इंकार कर दिया।... हमने यहां पर पोस्टमार्टम कराया क्योंकि उन्होंने बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के शव भेजे थे। इन लोगों को मुआवजा कैसे मिलेगा? "

विपक्ष ने किया हंगामा 

ममता बनर्जी के इस बयान के बाद बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने जमकर हंगामा किया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ममता के बयान को हिंदुओं पर हमला बताया है और लोगों से इसके खिलाफ "मजबूत आंदोलन" की अपील की है। 

अधिकारी ने विधानसभा के बाहर आंदोलन का नेतृत्व करते हुए कहा कि " मैं हिंदू समुदाय, संत समुदाय से मजबूत आंदोलन की अपील करता हूं। अभी कुछ देर पहले सदन में सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यह महाकुंभ नहीं है बल्कि 'मृत्यु कुंभ' है। महाकुंभ पर हिंदुओं के खिलाफ हुए इस हमले के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं। अगर आप सच्चे हिंदू हो तो राजनीति से ऊपर उठकर ममता बनर्जी के इन शब्दों का मजबूती से विरोध करें।"

बीती 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी। यह घटना संगम नोज पर हुई थी। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा बताया गया कि महाकुंभ में दूसरी भगदड़ भी हुई थी। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।