तमिलनाडु में स्टालिन सरकार का विस्तार, सेंथिल बालाजी समेत तीन डीएमके नेता बने मंत्री, उदयनिधि के डिप्टी सीएम बनने पर विपक्ष हमलावर (फोटो- IANS)
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चेन्नई: तमिलनाडु सरकार के मंत्रिमंडल में रविवार को विस्तार हुआ है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे चौंकाने वाला नाम सेंथिल बालाजी का है। डीएमके नेता वी सेंथिल बालाजी ने रविवार को मंत्री पद की शपथ ली है। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने संथिल बालाजी समेत तीन और विधायकों को शपथ दिलाई है।
इन विधायकों में आर राजेंद्रन (सलेम-उत्तर), गोवी चेझियान (थिरुविदाईमरुदुर) और एसएम नासर (अवाडी) शामिल हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। वे 15 महीने से जेल में थे।
26 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत के बाद वे जेल से रिहा हुए हैं। जेल से रिहा होने के बाद आज उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया है। उन्हें फिर से बिजली विभाग दिया गया है।
उदयनिधि स्टालिन बने उपमुख्यमंत्री
इस मंत्रिमंडल विस्तार में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे और राज्य के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन को एक और अहम पद मिला है। उन्हें तमिलनाडु का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
उदयनिधि स्टालिन के नाम का ऐलान शनिवार को ही किया गया था। रविवार को दिन में उदयनिधि स्टालिन ने अपनी नई जिम्मेदारी पर बोलते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था कि यह सिर्फ एक पद नहीं है बल्कि यह एक जिम्मेदारी है।
उदयनिधि अपने दादा दिवंगत एम करुणानिधि और अपने पिता के बाद तमिलनाडु सरकार में प्रमुख भूमिका निभाने वाले अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। हालांकि रविवार को उन्होंने शपथ नहीं लिया है क्योंकि वह पहले ही एक पद संभाल रहे हैं।
सनातन धर्म पर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले उदयनिधि की पदोन्नति पर भाजपा और अन्नाद्रमुक हमलावर है।
किस को मिला है कौन सा विभाग
रविवार को शपथ लेने वाले विधायकों में वी सेंथिल बालाजी को बिजली विभाग आवंटित किया गया है। उनके पास 14 जुलाई 2023 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के समय बिजली और आबकारी विभाग था।
सेंथिल बालाजी को बिजली और अबकारी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। अन्य विधायकों में चेझियान को उच्च शिक्षा का पद मिला है। नासर को अल्पसंख्यक मंत्री का पद और राजेंद्रन पर्यटन विभाग दिया गया है।
उदयनिधि के उपमुख्यमंत्री बनने पर विपक्ष ने साधा है निशाना
उदयनिधि के उपमुख्यमंत्री बनने पर अन्नाद्रमुक के प्रवक्ता कोवई सत्यन ने उन्हें "राजकुमार" कहा है। सत्यन ने कहा है कि जिस तरीके से उदयनिधि को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है, यह दर्शाता है कि पार्टी परिवार को कितना महत्व देती है।
भाजपा प्रवक्ता एएनएस प्रसाद ने भी द्रमुक की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि पार्टी लोक कल्याण को दरकिनार कर पारिवारिक हितों को ज्यादा प्राथमिकता दे रही है।
शाहनवाज हुसैन ने क्या कहा है
मामले में भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि तमिलनाडु सरकार में लोकतंत्र नहीं राजतंत्र है। पिता-पुत्र सीएम और डिप्टी सीएम बन गए हैं। उनकी पार्टी में जमीनी कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है।
शहनवाज ने आगे कहा है, "उदयनिधि ने जिस तरह से सनातन का अपमान किया, उसका उन्हें इनाम दिया गया है। उनको मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए था, लेकिन उन्हें डिप्टी सीएम के पद से नवाजा गया। तमिलनाडु की जनता में इसे लेकर नराजगी है।"
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ