महाराष्ट्र में किलों को कराया जाएगा अतिक्रमण मुक्त, मुख्यमंत्री फड़नवीस ने जारी किया आदेश

सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में 31 जनवरी तक किलों पर अतिक्रमण की लिस्ट तैयार करने को कहा गया है।

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Mumbai: Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis reviews the next 100-day plan for the Higher and Technical Education, Forest, and Agriculture Departments at the Sahyadri Guest House in Mumbai on Thursday, December 26, 2024. (Photo: IANS)

देवेंद्र फड़नवीस (फाइल फोटो- IANS)

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पूरे राज्य में किलों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। एक अधिकारी की ओर से यह जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री फड़नवीस ने राज्य भर में किलों से 31 मई तक अवैध अतिक्रमण को हटाने का लक्ष्य तय किया है। सामन आई जानकारी के अनुसार इस काम के लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश भी दे दिए गए हैं।

सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में 31 जनवरी तक किलों पर अतिक्रमण की लिस्ट तैयार करने को कहा गया है। साथ ही जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समितियां भी गठित की जाएंगी, जो एक फरवरी से 31 मई के बीच चरणबद्ध तरीके से किलों से अतिक्रमण हटाए जाने की निगरानी करेंगी।

इसके अलावा राज्य सरकार भविष्य में अतिक्रमण रोकने के मकसद से सरकार सतर्कता समितियां भी गठित करेगी। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से यह कदम कोल्हापुर जिले के विशालगढ़ किले पर अतिक्रमण के बाद उठाया है। मुख्यमंत्री फड़नवीस ने कहा, 'इस संबंध में निर्णायक कार्रवाई के लिए जनता की मांग बढ़ रही थी और सरकार ने इसी के अनुसार कार्रवाई की है।'

कैसे हटाया जाएगा किलों से अतिक्रमण?

महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री आशीष शेलार ने बताया कि अतिक्रमण को हटाने के लिए बनने वाली जिला स्तरीय समिति में पुलिस आयुक्त, नगर निगम प्रमुख, वन अधिकारी और पुरातत्व विभाग के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

आशीष शेलार के अनुसार इनका काम यह सुनिश्चित करना होगा कि अतिक्रमण करने वालों से अच्छी तरह से निपटा जाए और कानून-व्यवस्था बनी रहे। इसके अलावा समितियों की हर महीने बैठक होगी और राज्य सरकार को नियमित रिपोर्ट इस संबंध में भेजा जाएगा।

आशीष शेलार ने कहा कि अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ इस पूरी पहल से यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि ये ऐतिहासिक धरोहरें आने वाली पीढ़ियों के लिए भविष्य में भी ठीक ढंग से संरक्षित रहें।

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