मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को मुंबई के विक्रोली इलाके में एक दुकानदार पर कथित तौर पर हमला किया। यह कार्यकर्ताओं ने दुकानदार एक व्हाट्सएप स्टेटस पर नाराज थे। इनके अनुसार इस स्टेटस में मराठी समुदाय और भाषा का अपमान किया गया था।
इस घटना का एक वीडियो भी गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मारवाड़ी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दुकानदार ने एक स्टेटस पोस्ट किया था, जिसे मनसे के कुछ कार्यकर्ताओं ने मराठी भाषी लोगों के लिए अपमानजनक बताया। कार्यकर्ता कथित तौर पर उसकी दुकान पर पहुंच गए और उससे कथित पोस्ट के बारे में पूछताछ की। इसके बाद उसके जवाब से असंतुष्ट होकर उसकी पिटाई कर दी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस घटना के वीडियो में पार्टी के विश्वजीत ढोलम सहित मनसे के कुछ और पदाधिकारी उस व्यक्ति से भिड़ते और बाद में उसे इलाके में घुमाते हुए दिखाई दे रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि उस व्यक्ति ने अपने स्टेटस के जरिए मराठी लोगों के बारे में 'अपमानजनक टिप्पणी' की थी।
मनसे ने घटना पर क्या कहा?
मीडिया से बात करते हुए मनसे नेता अविनाश जाधव ने कहा, 'हम अपनी ताकत नहीं दिखाना चाहते। लेकिन अगर कोई महाराष्ट्र में आता है, यहाँ अपनी आजीविका कमाता है और फिर मराठी भाषा का अपमान करता है, तो मराठी व्यक्ति निश्चित रूप से प्रतिक्रिया देगा।'
अभी तक मामले में कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है। यह पहली घटना नहीं है जब मनसे कार्यकर्ताओं ने मराठी भाषा को लेकर किसी व्यक्ति को कथित तौर पर निशाना बनाया हो। 29 जून को, मुंबई के मीरा रोड में मनसे कार्यकर्ताओं के एक समूह ने एक दुकानदार पर कथित तौर पर हमला किया था।
भायंदर (पूर्व) निवासी बाबूलाल खीमाजी चौधरी ने पुलिस को बताया कि सात अज्ञात लोग उनकी दुकान में घुस आए और दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है जिसके तहत सभी व्यवसायों को मराठी भाषी कर्मचारी नियुक्त करने और मराठी में काम करने की आवश्यकता है।
उन्होंने दावा किया कि जब उन्होंने जवाब दिया कि राज्य में सभी भाषाएँ बोली जाती हैं, तो वे आक्रामक हो गए और उन पर हमला किया गया। इस घटना को लेकर देश भर से प्रतिक्रियाएं आई। पुलिस ने दुकान मालिक की शिकायत पर सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।