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मुंबईः महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच भाषा को लेकर विवाद तेज हो गया है, जिससे दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। ताजा घटनाक्रम में, शनिवार रात शिवसेना (UBT) कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक नंबर प्लेट वाली बसों पर कालिख पोत दी। यह घटना पुणे के स्वारगेट इलाके में हुई। पुलिस ने कहा है कि इस हरकत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीसीपी स्मार्टना पाटिल ने बताया कि जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता यहां कुछ करने वाले हैं, तुरंत पुलिस बल तैनात किया गया। वे केवल एक बस पर काले रंग का स्प्रे करने में सफल रहे और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
क्या है मामला?
इस घटना की जड़ें कर्नाटक के चित्रदुर्गा में एक मराठी भाषी बस चालक की कथित पिटाई से जुड़ी हैं। शुक्रवार को कर्नाटक के बेलगावी में नॉर्थ वेस्टर्न कर्नाटक रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NWKRTC) के एक बस चालक और कंडक्टर पर मराठी न बोलने के कारण कुछ युवकों ने हमला कर दिया। इस हमले में बस कंडक्टर घायल हो गया, जिसे बेलगावी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हालांकि, इस विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया जब कंडक्टर पर ही पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया गया। दरअसल, मारपीट करने वालों में शामिल एक नाबालिग लड़की ने उस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
शुक्रवार रात पुलिस ने आरोपियों को जज के सामने पेश किया। जज ने तीन पुरुषों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया और नाबालिग लड़की को बाल सुधार गृह भेज दिया। बेलगावी पुलिस कमिश्नर अडा मार्टिन ने पुष्टि की कि नाबालिग लड़की ने कंडक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके आधार पर कंडक्टर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया गया।
बस कंडक्टर के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन
इस घटना के बाद प्रो-कन्नड़ संगठनों ने मोर्चा खोल दिया। कन्नड़ समर्थक संगठनों के समर्थकों ने चित्रदुर्गा में बस कंडक्टर के समर्थन में प्रदर्शन किया। इसी दौरान शुक्रवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्गा में महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (MSRTC) के एक ड्राइवर पर हमला किया गया। MSRTC के सीपीआरओ अभिजीत भोसले ने इसकी पुष्टि की और बताया कि इस हमले में महाराष्ट्र की एक बस को भी नुकसान पहुंचाया गया।
कंडक्टर महादेव हुक्केरी का बयान
बेलगावी हादसे में घायल कंडक्टर महादेव हुक्केरी ने मीडिया को बताया कि विवाद टिकट देने के दौरान शुरू हुआ। उन्होंने कहा, "बस में एक महिला और एक पुरुष बैठे थे। महिला ने दो मुफ्त टिकट मांगे। मैंने एक दिया और पूछा कि दूसरा किसके लिए चाहिए। उसने पुरुष की ओर इशारा किया। लेकिन मैंने बताया कि कर्नाटक में पुरुषों के लिए बस यात्रा मुफ्त नहीं है। तभी उन्होंने मुझसे मराठी में बात करने को कहा।"
उन्होंने आगे बताया, "मैं मराठी नहीं जानता, इसलिए उनसे कन्नड़ में बोलने को कहा। तभी बस के अंदर छह-सात लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया। जब बस रुकी, तो बाहर करीब 50 लोग खड़े थे, जिन्होंने भी मुझ पर हमला किया।"
बस सेवाओं पर असर
भाषा विवाद के चलते दोनों राज्यों के बीच बस सेवाओं को शनिवार शाम 7 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया गया है। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा, "हमने कर्नाटक की सभी सरकारी बस सेवाएं बंद कर दी हैं… अगर हमारे लोगों को कर्नाटक में कन्नड़ न आने के कारण पीटा जाता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
इस विवाद ने महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच पहले से ही संवेदनशील भाषाई मुद्दे को और अधिक तूल दे दिया है। गौरतलब है कि बेलगावी लंबे समय से महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवाद का केंद्र रहा है। यहां बड़ी संख्या में मराठी भाषी लोग रहते हैं, लेकिन यह कर्नाटक का हिस्सा है। इस मुद्दे पर पहले भी दोनों राज्यों के बीच तनाव हो चुका है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहा है।