लोकसभा चुनाव के नतीजों के लिए मतों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई (फाइल फोटो- IANS)
दिल्ली: कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है। इस दौरान 64 करोड़ से अधिक वोटों की गिनती की जानी है। इस प्रक्रिया के तहत मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे पहली ईवीएम खुली। देश भर में सभी मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी की गई है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में कराए गए थे। चुनाव के आखिरी चरण के बाद जारी एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि केंद्र में फिर एक बार भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
मतगणना के लिए क्या है तैयारी?
सबसे पहले पोस्टल मतपत्रों की गिनती शुरू होगी और उसके बाद ईवीएम में पड़े मतों की गिनती शुरू होगी। चुनाव आयोग के अनुसार ईवीएम से वोटों की गिनती का तय संख्या में वीवीपैट से मिलान के बाद अंतिम नतीजे सामने आएंगे। निर्वाचन आयोग द्वारा तय नियमों के मुताबिक मतगणना केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे मोबाइल कैमरा या अन्य कोई डिवाइस व ज्वलनशील पदार्थ, सिगरेट, माचिस ले जाना प्रतिबंध है।
शुरुआती दौर में पोस्टल बैलेट की गिनती की जा सकती है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती उसी प्रकार की जाएगी जैसे 2019 से लेकर अब तक विभिन्न चुनाव में की जा रही है। उन्होंने कहा कि अमूमन पोस्टल बैलेट की संख्या कम होती है और उनकी गिनती पहले समाप्त हो जाती है। वोटों की गिनती के दौरान पूरी वीडियोग्राफी कराई जा रही है। रिटर्निंग ऑफिसर के टेबल पर राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बैठने की मंजूरी दी गई है। मतगणना की पूरी प्रक्रिया मतगणना केंद्रों के भीतर और बाहर 70-80 लाख लोगों के बीच हो रही है।
64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाले वोट
लोकसभा चुनाव में इस बार 64 करोड़ 20 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने वोट डाले हैं। चुनाव आयोग ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इन 64 करोड़ मतदाताओं में से 31 करोड़ महिला मतदाता हैं।'
दूसरी ओर लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती को लेकर कई राजनीतिक दलों ने अपने काउंटिंग एजेंटों को ट्रेनिंग दी है। अधिकांश मतगणना केंद्रों पर विभिन्न पार्टियों के काउंटिंग एजेंट सुबह 6 बजे ही अपने-अपने मतगणना केंद्र पर पहुंच गए थे। गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन के दलों ने अपने-अपने एजेंटों को हिदायत दी है कि जब तक एक-एक वोट की गिनती नहीं हो जाती, तब तक किसी भी एजेंट को मतगणना केंद्र छोड़कर नहीं जाना है।
लोकसभा चुनाव 2024 की बड़ी बातें
इस बार 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को पूरा हो रहा है। ऐसे में इससे पहले नई सरकार का गठन हो जाना है। इस बार कुल सात चरणों में चुनाव कराए गए। पहले चरण में 21 राज्यों की 102 सीटों पर जबकि दूसरी चरण में 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग हुई। वहीं, तीसरे चरण में 12 राज्यों की 94 सीटों, चौथे चरण में 10 राज्यों की 96 सीटों और पांचवें चरण में 8 राज्यों की 49 सीटों पर मतदान हुआ।
छठे चरण में 7 राज्यों की 58 सीटों पर वोट डाले गए जबकि सातवें और आखिरी चरण में 8 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग हुई। देश भर में उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल ही वो तीन राज्य हैं जहां पूरे सात चरणों में मतदान हुए। इस चुनाव की एक खास बात ये भी रही है कि भारत में पहली बार घर से वोट डालने की सुविधा शुरू हुई। इसके तहत 85 साल से अधिक की उम्र के लोग सहित 40 फीसदी तक दिव्यांग अपने घर से वोट देने का विकल्प चुन सकते थे। निर्वाचन आयोग के अनुसार इस बार जम्मू-कश्मीर में भी रिकॉर्ड वोटिंग हुई। यहां 58.55 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछले 35 सालों में सबसे अधिक है।
(समाचार एजेंसी IANS की इनपुट के साथ)