दिल्ली: लोकसभा के छठे चरण के तहत दिल्ली समेत देश भर में 58 सीटों पर शनिवार (25 मई) को मतदान हो रहा है। दिल्ली में सातों लोकसभा सीट पर भी मतदान है। इनमें इंडिया गठबंधन की बात करें तो चार सीटों पर आम आदमी पार्टी और तीन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। हालांकि, दिल्ली में मतदान से एक रात पहले शुक्रवार देर रात सोशल मीडिया पर अजीबोगरीब वाक्या देखने को मिला जब आम आदमी पार्टी के नेता और मंत्रियों ने राजधानी में चुनाव को प्रभावित करने के आरोप उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर लगाए। इसके बाद देर रात उपराज्यपाल का भी जवाब आया।

उपराज्यपाल और आम आदमी पार्टी फिर आमने-सामने

दरअसल, रात 9.47 बजे आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि एलजी ने कुछ जगहों पर दिल्ली पुलिस को धीरे वोटिंग कराने को कहा है। आतिशी ने लिखा, 'ऐसी जानकारी मिली है कि आज उपराज्यपाल दिल्ली ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिए हैं कि जहां इंडिया गठबंधन के वोटर भारी संख्या में हैं, वहाँ पर वोटिंग धीरे करवानी है ताकि लोगों को वोट डालने में दिक्कत हो। प्रशासन द्वारा भाजपा को जिताने का ऐसा कोई भी प्रयास गैर-कानूनी, गैर-लोकतांत्रिक और गैर-संवैधानिक है।और मैं उम्मीद करती हूँ कि चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेगा, और ऐसे किसी भी प्रयास पर रोक लगाएगा।'

इसके कुछ देर बाद अरविंद केजरीवाल ने भी आतिशी के इस पोस्ट को टैग करते हुए लिखा, 'यह हैरान करने वाला है। चुनाव आयोग को दिल्ली में बिना किसी बाधा के मतदान को कराना सुनिश्चित करना चाहिए।'

इसके बाद देर रात उपराज्यपाल वीके सक्सेना का जवाब भी इन आरोपों पर आया। उपराज्यपाल ने पहले शायराना अंदाज में लिखा, 'आदत ही बना ली है आप ने तो ऐ केजरीवाल साहब, जिस हाल में रहना, बस रोते हुए रहना!' इसके बाद उपराज्यपाल ने आगे लिखा, 'मैंने आपके द्वारा समर्थित एक मंत्री द्वारा एक संवैधानिक प्राधिकारी के खिलाफ चुनाव की पूर्व संध्या पर दिए गए इस अनुचित और झूठे बयान पर कड़ा रुख अपनाया है।'

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने साथ ही लिखा, 'यह अनुचितता अस्वीकार्य है और ये आम तौर पर बेतुके और मनगढ़ंत दावे मतदाताओं को गुमराह करके लोकतंत्र को नष्ट करने की एक जानबूझकर की गई योजना है।'

दिल्ली में दिलचस्प घमासान

दिल्ली में इस लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है। चार सीटों पर 'आप' और तीन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप दोनों अलग-अलग लड़ रहे थे। इस बार दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा और गुजरात में भी आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की 7 सात सीटों पर 367 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। इनमें से 166 नामांकन सही पाए गए थे। चार उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद दिल्ली में कुल 162 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

बहरहाल, दिल्ली की बात करें तो यहां की नई दिल्ली लोकसभा सीट पर भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। पेशे से वकील और पहली बार चुनाव लड़ रही बांसुरी स्वराज का मुकाबला 'आप' के सोमनाथ भारती से है। वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला है। यहां मनोज तिवारी भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। इनका मुकाबला कांग्रेस के कन्हैया से है।

इसके अलावा जयप्रकाश अग्रवाल, महाबल मिश्रा, कमलजीत सेहरावत, योगेंद्र चंदोलिया, उदित राज, हर्ष मल्होत्रा, कुलदीप कुमार, सहीराम, रामबीर सिंह बिधुड़ी, प्रवीण खंडेलवाल भी ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन पर नजर होगी।

पूर्वी दिल्ली सीट से कुलदीप कुमार 'आप' के उम्मीदवार है। पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा, दक्षिणी दिल्ली से सही राम पहलवान आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। वहीं 'आप' की गठबंधन वाली पार्टी कांग्रेस ने चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से उदित राज को चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी, पूर्वी दिल्ली से हर्ष दीप मल्होत्रा, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से योगेन्द्र चंदोलिया, चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत को टिकट दिया है।

दिल्ली, हरियाणा समेत 58 सीटों पर वोटिंग

देश भर में आज हो रहे 58 सीटों पर मतदान के लिए 889 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मतदान के लिए 1.14 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं। छठे चरण में जो हाई प्रोफाइल उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं उनमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, मेनका गांधी, महबूबा मुफ्ती, राज बब्बर, दिनेश लाल निरहुआ, धर्मेंद्र यादव आदि शामिल हैं।

मतदान के इस छठे चरण में कुल मिलाकर 11.13 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। इनमें 5.84 करोड़ पुरुष, 5.29 करोड़ महिलाएं और 5120 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। छठे चरण के लिए सभी 58 सीटों पर 85 वर्ष से अधिक आयु के कुल 8.93 लाख से अधिक मतदाता है। 100 वर्ष से अधिक आयु के 23,659 मतदाता और 9.58 लाख दिव्यांग मतदाता हैं। इन्हें अपने घर से ही मतदान करने का विकल्प दिया गया है।

इस चरण में हरियाणा में भी मतदान हो रहा है। बिहार, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल और ऐसे अन्य राज्य/केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां इस चरण में शनिवार को मतदान हो रहा है। इनके अलावा ओडिशा राज्य विधानसभा की 42 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।